साल 2022 में 136 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर लेगा मोबाइल गेमिंग मार्केट
पिछले कुछ साल में मोबाइल गेमिंग का क्रेज बढ़ा है और लोकप्रिय PC या कंसोल गेम्स अब मोबाइल डिवाइसेज के लिए लॉन्च किए जा रहे हैं। नई रिपोर्ट में कहा गया है कि मोबाइल गेमिंग अब पूरे गेमिंग मार्केट का 61 प्रतिशत हिस्सा दिखाती है। कयास लगाए जा रहे हैं कि साल 2022 में मोबाइल गेमिंग का मार्केट 136 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर लेगा। इसमें सामान्य गेमिंग मार्केट के मुकाबले 1.7 गुना तेज बढ़त देखने को मिली है।
यहां तक पहुंचेगी गेमिंग मार्केट की वैल्यू
इंटरनेशनल डाटा कॉर्पोरेशन (IDC) और data.ai (पहले ऐप एनी) के मुताबिक, साल 2022 में ओवरऑल गेमिंग मार्केट 222 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। ग्लोबल मार्केट की बात करें तो यूजर्स ने साल 2022 की पहली तिमाही में प्री-पैंडेमिक लेवल के मुकाबले 45 प्रतिशत ज्यादा मोबाइल गेम्स डाउनलोड किए। इस दौरान हर सप्ताह करीब 1.1 अरब बार मोबाइल गेम्स डाउनलोड किए गए। वहीं, सामने आया है कि रियल-टाइम ऑनलाइन फीचर्स वाले गेम्स सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
दुनिया के सबसे लोकप्रिय मोबाइल गेम्स की बात करें तो सबसे पहले बैटल रॉयल गेम PUBG मोबाइल का नाम आता है। इसके अलावा पोकेमॉन गो, सबवे सर्फर्स और मोबाइल लीजेंड्स: बैंग बैंग जैसे टाइटल्स भी करोड़ों बार डाउनलोड किए गए हैं।
हर तरह के गेम्स लॉन्च कर रहे हैं पब्लिशर्स
Data.ai की हेड ऑफ मार्केट इनसाइट्स लेक्सी सायडो ने कहा, "हमें गेमिंग जॉनर में विविधता देखने को मिल रही है और पब्लिशर्स अलग-अलग जेनरेशंस और जेंडर्स को ध्यान में रखते हुए हर तरह के गेम्स लॉन्च कर रहे हैं।" साल 2021 की पहली तिमाही में यूजर्स ने iOS और गूगल प्ले स्टोर में 1.6 अरब डॉलर की रकम गेम्स पर खर्च की। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह रकम प्री-पैंडेमिक लेवल के मुकाबले करीब 30 प्रतिशत ज्यादा है।
एशिया पैसिफिक में मोबाइल गेमिंग को सबसे ज्यादा बढ़त
रिपोर्ट में सामने आया है कि एशिया पैसिफिक क्षेत्र में गेमिंग मार्केट ने ग्लोबल कंज्यूमर स्पेंड के मामले में सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज की है। इसके अलावा Q1 2022 में ग्रोथ के मामले में चीन सबसे आगे रहा, जिसके बाद उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोप में मोबाइल गेमिंग पर होने वाले खर्च का करीब आधा हिस्सा रिकॉर्ड किया गया। मोबाइल गेम्स में ढेरों कैटेगरीज हैं, और टॉप-10 गेम्स ही आठ अलग-अलग सबजॉनर्स से जुड़े हैं।
रिवॉर्डेड वीडियोज और प्लेबल्स पर फोकस की जरूरत
IDC में डायरेक्टर ऑफ गेमिंग एंड VR/AR डायरेक्टर, लेविस वार्ड ने बताया कि डाटा जुटाकर पब्लिशर्स और डिवेलपर्स बेहतर गेम्स तैयार कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "स्टूडियोज और पब्लिशर्स को रिवॉर्डेड वीडियोज और प्लेबल्स पर फोकस करना चाहिए, क्योंकि गेम की स्टोरीलाइन से जुड़ा यह डाटा धीरे-धीरे महत्वपूर्ण होता जाएगा। खासतर ऐपल, गूगल और दूसरे वेंडर्स इस तरह के बदलावों के साथ यूजर्स के लिए डाटा प्राइवेसी और सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएंगे।"
भारत में लॉन्च होगा गेमिंग रिसर्च इनीशिएटिव
बीते दिनों सामने आया है कि भारत जल्द डिजिटल गेमिंग रिसर्च इनीशिएटिव लॉन्च कर सकता है, जिसका मकसद देश में ही गेमिंग से जुड़ी नई टेक्नोलॉजी पर काम करना होगा। नए रिसर्च अभियान की शुरुआत साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड (SERB) की ओर से की जाएगी, जिसकी जानकारी SERB सेक्रेटरी संदीप वर्मा ने ट्विटर पर दी है। बताया गया है कि इस अभियान के साथ गेमिंग से जुड़ी रिसर्च और डिवेलपमेंट्स किए जाएंगे।