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मेटा को AI कॉपीराइट मामले में बड़ी राहत, अमेरिकी अदालत ने नहीं माना कानून का उल्लंघन
मेटा को AI कॉपीराइट मामले में बड़ी राहत

मेटा को AI कॉपीराइट मामले में बड़ी राहत, अमेरिकी अदालत ने नहीं माना कानून का उल्लंघन

Jun 26, 2025
08:57 am

क्या है खबर?

अमेरिका की एक अदालत ने मेटा को कॉपीराइट मामले में बड़ी राहत दी है। 13 लेखकों ने मेटा पर आरोप लगाया था कि उसने उनकी किताबों का इस्तेमाल बिना अनुमति के अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल को ट्रेन करने में किया। हालांकि, बुधवार (25 जून) को कोर्ट ने कहा कि मेटा ने कॉपीराइट कानून का उल्लंघन नहीं किया है। कोर्ट ने माना कि लेखकों ने यह साबित नहीं किया कि मेटा के काम से उन्हें कोई आर्थिक नुकसान हुआ।

सोोसतो

क्या है पूरा मामला?

यह मामला 2023 में शुरू हुआ जब कॉमेडियन सारा सिल्वरमैन और लेखक ता-नेहिसी कोट्स समेत 13 लेखकों ने मेटा पर मुकदमा किया। उन्होंने कहा कि मेटा ने उनकी किताबों को चुराकर अपने बड़े भाषा मॉडल को ट्रेन किया है। यह मुकदमा कैड्रे बनाम मेटा के नाम से दर्ज हुआ था और यह AI से जुड़े कॉपीराइट मामलों में पहला मामला माना गया। इसके बाद अमेरिका में कॉपीराइट से जुड़े ऐसे कई अन्य मामले भी दर्ज किए गए।

फैसला

कोर्ट ने क्या कहा?

न्यायाधीश विंस छाबरिया ने कहा कि वादी यह नहीं साबित कर पाए कि मेटा के काम से उनके बाजार को नुकसान पहुंचा। कोर्ट ने कहा कि किसी रचना को बिना अनुमति के इस्तेमाल करना तभी गलत माना जाएगा, जब उससे रचनाकार को आर्थिक नुकसान हो। छाबरिया ने यह भी साफ किया कि यह फैसला केवल इस केस की परिस्थितियों पर आधारित है, इसलिए अन्य मामलों में फैसला अलग हो सकता है।

 प्रभाव 

फैसले का प्रभाव और भविष्य की राह

कोर्ट ने यह भी कहा कि कुछ परिस्थितियों में बिना अनुमति के AI मॉडल को ट्रेन करने के लिए कॉपीराइट कंटेंट का उपयोग अवैध हो सकता है। यह फैसला सीमित है और सिर्फ इन 13 लेखकों के अधिकारों पर लागू होता है। मेटा ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया, जबकि लेखकों की टीम इससे असहमत है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला AI और कॉपीराइट से जुड़े भविष्य के मामलों को प्रभावित कर सकता है।