चंद्रयान-3 में इस टीम की है महत्वपूर्ण भूमिका, जानें किसकी क्या रही जिम्मेदारी
क्या है खबर?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (ISRO) आज दोपहर 2:35 बजे चंद्रयान-3 को लॉन्च करने के लिए तैयार है।
इस मिशन का 26 घंटे का काउंटडाउन बीते दिन दोपहर 1:05 बजे से जारी है।
काउंटडाउन के साथ ही देशवासियों के साथ ही ISRO के 17,000 से अधिक कर्मचारी इसकी लॉन्चिंग का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
इस मिशन में ISRO के चेयरमैन एस सोमनाथ के साथ ही कई अन्य लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आइये इनके बारे में जानते हैं।
डायरेक्टर
ISRO डायरेक्टर एस सोमनाथ
भारत के महत्वाकांक्षी चांद मिशन चंद्रयान-3 को सफल बनाने के लिए काम करने वाले दिमागों में एक एस सोमनाथ हैं।
इससे पहले उन्होंने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) और अंतरिक्ष एजेंसी के लिए रॉकेट टेक्नोलॉजी बनाने वाले प्राइमरी सेंटर लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर में डायरेक्टर के पद पर काम किया है।
सोमनाथ ने जब से ISRO के चेयरमैन का कार्यभार संभाला तब से चंद्रयान-3, आदित्य-L1 (सूर्य मिशन) और गगनयान जैसे महत्वपूर्ण मिशनों में तेजी आई है।
वीरमुथुवेल
चंद्रयान-3 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी वीरमुथुवेल
पी वीरमुथुवेल ने 2019 में चंद्रयान-3 प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में कार्यभार संभाला था। अपने वर्तमान पद से पहले उन्होंने ISRO मुख्यालय में स्पेस इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोग्राम कार्यालय में डिप्टी डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है।
अपने टेक्निकल कौशल के लिए पहचाने जाने वाले वीरमुथुवेल ने चंद्रयान-2 मिशन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
चंद्रयान-2 के लिए नासा के साथ बातचीत के लिए यही प्रमुख व्यक्ति थे।
तमिलनाडु के विल्लुपुरम के निवासी वीरमुथुवेल IIT मद्रास के पूर्व छात्र हैं।
जानकारी
एस उन्नीकष्णन नायर, डायरेक्टर, VSSC
चंद्रयान-3 को लॉन्च किए जाने वाले लॉन्च व्हीकल मार्क-3 (LVM-3) को केरल के तिरुवनंतपुरम जिले के थुंबा में विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (VSSC) द्वारा विकसित किया गया है। VSSC प्रमुख के नाते उन्नीकृष्णन नायर और उनकी टीम इस मिशन में शामिल रही।
राजराजन
ए राजराजन, चेयरमैन, लॉन्च अथॉराइजेशन बोर्ड (LAB)
ए राजराजन एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक हैं और वर्तमान में भारत के प्रमुख स्पेसपोर्ट श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC SHAR) के निदेशक हैं।
राजराजन कंपोजिट के क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं।
सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के डायरेक्टर के रूप में उनकी प्राथमिकता मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम (गगनयान) और SSLV के लिए ISRO की जरूरत के मुताबिक लॉन्च इंफ्रास्ट्रक्चर और मोटर प्रोडक्शन को पूरा करना था।
बता दें कि LAB ही लॉन्च के लिए हरी झंडी देता है।
सैटेलाइट
एम शंकरन, डायरेक्टर, यूआर राव सैटेलाइट सेंटर (URSC)
एम शंकरन ने जून, 2021 में यूआर राव सैटेलाइट सेंटर (URSC) के डायरेक्टर के रूप में पदभार संभाला था।
URSC का काम ISRO के सभी सैटेलाइट के डिजाइन, डेवलपमेंट और उनके कार्यान्वयन के लिए अग्रणी केंद्र के रूप में काम करना है।
वह वर्तमान में राष्ट्रीय आवश्यकताओं जैसे कम्युनिकेशन, नेविगेशन, रिमोट सेंसिंग, मौसम विज्ञान और दूसरे ग्रहों के एक्सप्लोरेशन के लिए जरूरी सैटेलाइट समुदाय का नेतृत्व कर रहे हैं।
जानकारी
अन्य अधिकारी
मिशन के अन्य प्रमुख अधिकारियों में मिशन के डायरेक्टर मोहन कुमार के नेतृत्व वाली एक टीम भी शामिल है, जो चंद्रयान-3 के परिचालन पहलुओं को देखती है। इसके अलावा व्हीकल डायरेक्टर बीजू सी थॉमस हैं।