ताइवान के वित्तीय संस्थानों पर बड़ा साइबर हमला, रूस के हैकिंग समूह ने ली जिम्मेदारी
ताइवान वित्तीय मोर्चे पर एक बड़े खतरे का सामना कर रहा है। साइबर हमलावरों ने हाल ही में ताइवान शेयर बाजार और मेगा फाइनेंशियल होल्डिंग कंपनी सहित कई प्रमुख प्लेटफॉर्म को निशाना बनाते हुए एक बड़ा साइबर हमला किया है। इस साइबर हमले में डिस्ट्रीब्यूटेड डेनियल ऑफ सर्विस (DDoS) हमला शामिल था, जिसने लक्षित वेबसाइटों को अत्यधिक मात्रा में वेब ट्रैफिक से भर दिया। इससे प्लेटफॉर्म के संचालन में बहुत ही कठिनाई हुई।
इन पर है सायबर हमले का
डिजिटल मामलों के मंत्रालय के अनुसार, ताइवान स्टॉक एक्सचेंज ने विदेशी IP एड्रेस से वेब क्वेरी में उछाल देखा और सामान्य स्तरों की तुलना में ट्रैफिक में पर्याप्त वृद्धि देखी। स्थानीय ताइवानी मीडिया ने भी इस साइबर हमले के लिए विदेशी एजेंटों को जिम्मेदार ठहराया है, जिसने कुछ समय के लिए उनकी वेबसाइटों को भी निष्क्रिय कर दिया था। मीडिया आउटलेट लिबर्टी टाइम्स के अनुसार, एक रूसी हैकिंग समूह ने टेलीग्राम पर इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
अगस्त में डाटा चोरी की आई थी खबर
अगस्त में सिस्को सिस्टम्स इंक के साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं ने खुलासा किया कि चीनी सरकार से संबंध रखने वाले एक हैकिंग समूह ने ताइवानी सरकार से जुड़े अनुसंधान केंद्र से पासवर्ड और दस्तावेज चुरा लिए थे। डाटा चोरी के इस मामले ने ताइवान पर साइबर हमलों के खतरे को उजागर किया। ताइवान वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों में एक केंद्र बिंदु बना हुआ है, इसलिए इसकी डिजिटल और आर्थिक प्रणालियों पर साइबर हमले की चिंता बनी रहेगी।