
कल्पना चावला को बेहद पसंद थे समोसे, अंतरिक्ष में ले जाना चाहती थीं साथ
क्या है खबर?
आज भारत दिवंगत अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला को उनकी जयंती पर याद कर रहा है।
17 मार्च, 1962 को हरियाणा के करनाल में जन्मी चावला अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। उन्होंने 1997 में अपने पहले मिशन STS-87 के तहत अंतरिक्ष यात्रा की।
2003 में अपने दूसरे मिशन STS-107 के दौरान, कोलंबिया स्पेस शटल दुर्घटना का शिकार हो गया। उन्हें मरणोपरांत कांग्रेसनल स्पेस मेडल ऑफ ऑनर सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
किस्सा
समोसे से जुड़ा दिलचस्प किस्सा
चावला को भारतीय व्यंजन, खासकर समोसे, बहुत पसंद थे, लेकिन उन्होंने इसे कभी अंतरिक्ष में नहीं ले जाने का फैसला किया।
उनके पति जीन-पियरे हैरिसन ने बताया कि चावला पोषण विशेषज्ञों को इसकी कैलोरी गणना और पैकेजिंग में परेशान नहीं करना चाहती थीं।
वहीं, भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने समोसे को अंतरिक्ष में ले जाने की इच्छा जताई थी। उन्होंने कहा था कि भारतीय भोजन के बिना यात्रा अधूरी लगती है और वह इसे साथ ले जाना चाहती थीं।
निधन
कोलंबिया मिशन के दौरान हुआ था चावला का निधन
चावला 16 जनवरी, 2003 को अपने दूसरे अंतरिक्ष मिशन पर रवाना हुई थीं।
वह नासा के स्पेस शटल कोलंबिया (STS-107) मिशन का हिस्सा थीं। यह मिशन वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए था और इसमें 7 अंतरिक्ष यात्री शामिल थे।
16 दिनों तक सफलतापूर्वक काम करने के बाद, 1 फरवरी, 2003 को पृथ्वी पर लौटते समय शटल वायुमंडल में प्रवेश करते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
टेक्सास के आसमान में शटल के टुकड़े बिखर गए और सभी अंतरिक्ष यात्रियों की मृत्यु हो गई।