ISRO ने 'विकास' रॉकेट इंजन का किया सफल रीस्टार्ट परीक्षण, लॉन्च वाहनों की बेहतर होगी क्षमता
क्या है खबर?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने महेंद्रगिरि स्थित अपने प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में 'विकास' रॉकेट इंजन का सफल परीक्षण किया है।
यह इंजन लॉन्च वाहनों के लिक्विड चरणों को शक्ति प्रदान करता है। परीक्षण में इंजन को पहले 60 सेकंड के लिए चालू किया गया। इसके बाद 120 सेकंड के लिए बंद किया गया और फिर से 7 सेकंड के लिए चालू किया गया।
इस दौरान इंजन के सभी पैरामीटर सामान्य रहे, जिससे यह परीक्षण सफल साबित हुआ।
परीक्षण
रीस्टार्ट करने की प्रक्रिया का परीक्षण
ISRO ने इंजन के रीस्टार्ट की प्रक्रिया को और बेहतर बनाने के लिए कई परीक्षण किए हैं।
दिसंबर, 2024 में भी इस इंजन का छोटा रीस्टार्ट सफलतापूर्वक किया गया था, जिसमें इंजन को 42 सेकंड तक बंद किया गया था और फिर 7 सेकंड के लिए फिर से चालू किया गया था।
ISRO आने वाले दिनों में और परीक्षण करेगा। इससे भविष्य के लॉन्च वाहनों में इंजन की स्थिरता और रियूजेबल क्षमता में सुधार हो सकता है।
तैयारी
LVM3-M5 मिशन की तैयारी
ISRO ने अपने आगामी LVM3-M5 मिशन के लिए कोर लिक्विड स्टेज (L110) को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा भेजा है।
यह स्टेज महेंद्रगिरि स्थित इसरो के प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर द्वारा डिजाइन किया गया है और इसमें 110 टन का प्रोपल्शन लोड होगा, जिसे दोहरे इंजन से संचालित किया जाएगा।
LVM3 मिशन के तहत इस रॉकेट की मदद से एक कॉमर्सियल संचार सैटेलाइट को इस साल की दूसरी तिमाही में लॉन्च किया जाएगा।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिए पोस्ट
🚨 ISRO's Vikas engine now has restart capability 🔥
— ISRO Spaceflight (@ISROSpaceflight) January 18, 2025
Yesterday, ISRO successfully completed a long duration engine restart test on the Vikas engine. The engine was fired for a duration of 60 seconds, followed by a gap of 120 seconds, and then restarted for a 7-second firing! 🔁… pic.twitter.com/tC20ZdvKK1