इस आईफोन 11 प्रो पर गलत जगह छप गया ऐपल लोगो, फिर भी लाखों में बिका
क्या है खबर?
ऐपल अपने डिवाइसेज से यूजर्स को बेस्ट एक्सपीरियंस देने का दावा करती है और उसकी ओर से गलती की गुंजाइश बेहद कम होती है।
हालांकि बीते दिनों आईफोन 11 प्रो मॉडल की एक तस्वीर ऑनलाइन शेयर की गई जिसमें प्रोडक्शन टीम से हुई गलती साफ दिख रही है। इस डिवाइस में फोन के रियर पैनल पर ऐपल का लोगो गलत जगह पर छपा हुआ था।
अब इस रेयर मॉडल को 2,700 डॉलर (करीब 2,03,500 रुपये) कीमत पर खरीदा गया है।
इमेज
ट्वीट में सामने आई थी फोन की इमेज
इस आईफोन 11 प्रो मॉडल की तस्वीरें इंटरनल आर्काइव ने ट्वीट कर शेयर की थीं।
इसमें ऐपल लोगो सामान्य रूप से बीच में ना होकर थोड़ा दाईं ओर खिसका हुआ है और घड़ी के विपरीत दिशा में हल्का झुका है। दूसरे आईफोन्स में ऐसा नहीं होता।
इंटरनल आर्काइव की मानें तो आईफोन में ऐसी गलती की गुंजाइश दस लाख में से एक डिवाइस में या फिर इससे भी ज्यादा रेयर स्थिति में हो सकती है।
कीमत
गलती की वजह से बढ़ गई कीमत
मिडनाइट ग्रीन कलर का यह आईफोन मॉडल तस्वीरों में अलग-अलग ऐंगल से दिखाया गया है जिससे इसकी खामी साफ नजर आए।
खास बात यह है कि ऐपल लोगो गलत छप जाने के चलते फोन की कीमत कम होने की बजाय बढ़ गई।
इसकी वजह है कि ऐपल की ओर से इस तरह की गलतियां न के बराबर होती हैं। बैंडिंग और लोगो से जुड़ी खामी के बाद इस डिवाइस का मार्केट तक पहुंचना चौंकाता है।
पॉलिसी
मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट की गुंजाइश नहीं
कैलिफोर्निया की टेक कंपनी ऐपल अपने प्रोडक्ट्स प्रीमियम डिजाइन और क्वॉलिटी में लेकर आती है। ऐसे में लोगो का गलत छपना बड़ी बात है।
हर आईफोन यूनिट कड़ी निगरानी में तैयार की जाती है और कंपनी नहीं चाहती कि ऐसे डिवाइस मार्केट तक पहुंचें।
किसी तरह की मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी खामी होने की स्थिति में ऐपल डिवाइस को नष्ट कर देती है क्योंकि ऐसा डिवाइस यूजर्स को मिलना कंपनी की छवि पर असर डाल सकता है।
आईपैड प्रो
इससे पहले आईपैड प्रो में दिखी थी खामी
बता दें कि यह ऐपल के प्रो़डक्ट्स में मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट का पहला मामला नहीं है। 9to5Mac की रिपोर्ट के अनुसार, 2015 में एक आईपैड प्रो भी बड़ी खामी के साथ नजर आया था।
इस आईपैड के होम बटन के किनारे गोल्डन रिंग दी गई थी। ऐसी रिंग आईफोन 8 सीरीज तक के डिवाइसेज में टच ID के साथ मिलती थी।
यह आईपैड प्रो मॉडल भी यूजर को मिलने के बाद चर्चा में रहा था।