हल्दीराम का संवेदनशील डाटा चोरी, वापस लौटाने के लिए हैकर्स मांग रहे लाखों रुपये
क्या है खबर?
हैकर्स ने फूड और स्नैक्स कंपनी हल्दीराम का संवेदनशील डाटा चोरी कर लिया है। इसमें वित्तीय और सेल से जुड़ी जानकारी शामिल है।
पुलिस ने बताया कि हैकर्स इस डाटा को सार्वजनिक न करने के लिए 7.5 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार, अज्ञात हैकरों ने साइबर मालवेयर 'रेंसमवेयर अटैक' का इस्तेमाल करते हुए नोएडा स्थित कंपनी का सर्वर हैक कर लिया है।
आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
डाटा चोरी
12-13 अक्टूबर की रात को हुई सेंधमारी
पुलिस में दर्ज FIR के अनुसार, हैकर्स ने 12-13 अक्टूबर की रात को यह सेंधमारी कर 'पूरा या जरूरी डाटा' चुरा लिया है।
हल्दीराम के अधिकारियों की तरफ से की गई शिकायत में कहा गया है कि कंपनी के IT अधिकारियों ने सर्वर पर फायरवॉल प्रोग्राम एक्सेस किया और पाया कि सर्वर से ट्रैफिक जनरेट हो रहा है। उन्होंने पाया कि कंपनी का डाटा या तो डायवर्ट कर दिया गया है या सर्वर से बाहर जा रहा है।
जानकारी
हैकर्स ने डाटा एनक्रिप्ट किया
कंपनी ने कहा कि घटना के बाद उसके अधिकारियों ने डाटा और साइबर सिक्योरिटी फर्म ट्रेंड माइक्रो को भी इसकी शिकायत दी। इसमें कहा गया कि हैकरों ने कंपनी की सभी फाइलें और संवेदनशील डाटा एनक्रिप्ट कर दिया, जिससे इन्हें एक्सेस नहीं किया जा सकता।
फिरौती
कंपनी को एक्सेस देने के लिए हैकर्स मांग रहे 7.5 लाख रुपये
कंपनी की तरफ से कहा गया है कि सोची-समझी आपराधिक साजिश के तहत हैकरों ने न सिर्फ डाटा चुराया है बल्कि गैरकानूनी तरीके से पैसे लेने की भी कोशिश की है।
अधिकारियों ने कहा कि हैकरों ने उनसे डाटा की एक्सेस वापस देने और अपने सर्वर से डिलीट करने के लिए 7.5 लाख रुपये की मांग की है।
कंपनी के पूरी घटना की जानकारी नोएडा पुलिस को दे दी है और साइबर सेल इस मामले की जांच कर रही है।
दूसरी घटना
डॉ लाल पैथलैब्स का डाटा हुआ था लीक
हालिया दिनों में किसी कंपनी का डाटा लीक होने की यह पहली घटना नहीं है।
हाल ही में जानी-मानी कंपनी डॉ लाल पैथलैब्स ने लाखों लोगों का निजी डाटा लीक कर दिया था। पब्लिक डोमेन में आये इस महत्वपूर्ण डाटा को कोई भी देख सकता था।
कंपनी ने अपने ग्राहकों के संवेदनशील डाटा वाली सैकड़ों स्प्रेडशीट्स अमेजन वेब सर्विस (AWS) पर स्टोर की थी। सर्वर पर स्टोर किए गए इस डाटा पर पासवर्ड नहीं लगाया गया था।
पुरानी घटना
अनएकेडमी के करोड़ों यूजर्स की जानकारी हुई थी लीक
इससे पहले मई में डाटा लीक का एक और बड़ा मामला सामने आया था। उस समय डिजिटल स्टडी प्लेटफॉर्म अनएकेडमी से लीक हुआ डाटा डार्क वेब पर बेचा जा रहा था।
कंपनी के 2.2 करोड़ यूजर्स का डाटाबेस लीक हुआ था।
इस डाटाबेस में यूजर का नाम, ईमेल एड्रेस, पासवर्ड्स, प्लेटफॉर्म ज्वॉइन करने की तारीख, आखिरी बार लॉग-इन कब किया था, पहला और आखिरी नाम, अकाउंट प्रोफाइल और अकाउंट स्टेटस शामिल थे।