गूगल प्ले स्टोर से हटाई जाएंगी आउटडेटेड ऐप्स, बेहतर सुरक्षा के लिए उठाया गया कदम
क्या है खबर?
सर्च इंजन कंपनी गूगल ने अपने ऐप्स प्लेटफॉर्म गूगल प्ले स्टोर लिस्टिंग से लाखों ऐप्स हटाने का फैसला किया है।
दरअसल, एंड्रॉयड यूजर्स के लिए प्ले स्टोर पर लिस्टेड ऐप्स में से लाखों आउटडेटेड हो चुकी हैं।
गूगल का कहना है कि ऐसी ऐप्स को डाउनलोड नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि उनमें नए प्राइवेसी और सुरक्षा फीचर्स नहीं मिलते।
बदलाव का फायदा नए यूजर्स को होगा और आउटडेटेड ऐप्स लिस्टिंग में नहीं दिखेंगी।
रिपोर्ट
यूजर्स को सुरक्षित अनुभव देने की कोशिश
स्टैटिस्टा की रिपोर्ट में बताया गया है कि गूगल प्ले स्टोर पर 35 लाख से ज्यादा ऐप्स लिस्टेड हैं, ऐसे में आउटडेटेड ऐप्स भी बड़ी संख्या में हो सकती हैं।
आउटडेटेड ऐप्स खतरनाक होती हैं, ऐसा नहीं है लेकिन गूगल एंड्रॉयड यूजर्स को सुरक्षित अनुभव देना चाहती है, जिसके लिए सभी ऐप्स में लेटेस्ट सुरक्षा व प्राइवेसी फीचर्स का मिलना जरूरी है।
कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि यह बदलाव नवंबर महीने में किया जाएगा।
ब्लॉग
नए यूजर्स को नहीं दिखेंगी पुरानी ऐप्स
गूगल ने लिखा है, "1 नवंबर, 2022 से, जिन मौजूदा ऐप्स को लेटेस्ट एंड्रॉयड रिलीज वर्जन के पिछले दो साल के API लेवल के साथ नहीं बनाया गया है, वे नए यूजर्स को नहीं दिखेंगी।"
कंपनी ऐसा ऐप्स के टारगेट API लेवल की मदद से करेगी और तय करेगी कि ऐप को लेटेस्ट एंड्रॉयड वर्जन के लिए डिजाइन किया गया हो।
फोन में पहले से इंस्टॉल होने पर ऐसी ऐप्स 'माय ऐप्स एंड गेम्स' सेक्शन में जरूर दिखेंगी।
राहत
पूरी तरह नहीं हटाई जाएंगी ये ऐप्स
आपके डिवाइस में पुरानी ऐप्स इंस्टॉल हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।
गूगल ने बताया है कि इन ऐप्स को 'हाइड' किया जाएगा और पूरी तरह हटाया नहीं जाएगा।
यानी कि अगर आपने कोई आउटडेटेड ऐप डिलीट करने के बाद दोबारा इंस्टॉल करने की कोशिश की, तो आप ऐसा कर पाएंगे।
हालांकि, कोई आउटडेटेड ऐप पहली बार इंस्टॉल करना चाहें तो वह आपको गूगल प्ले स्टोर पर नहीं मिलेगी।
ऐप्स
इन ऐप्स पर पड़ेगा बदलाव का असर
आसान भाषा में समझें तो प्ले स्टोर अब नए एंड्रॉयड रिलीज वर्जन के दो साल से ज्यादा पुराने API लेवल वाली ऐप्स छुपाएगा।
यानी कि जो ऐप्स एंड्रॉयड 10 या उससे पुराने एंड्रॉयड वर्जन्स के लिए बनाई गई हैं, वे नए यूजर्स को नहीं दिखाई जाएंगी।
दरअसल, ऐप्स को लगातार अपडेट्स मिलते रहते हैं और डिवेलपर की ओर से अपडेट ना मिलने की स्थिति में ऐप्स आउटडेटेड की कैटेगरी में आ जाती हैं।
वजह
प्राइवेसी और सुरक्षा पर कंपनी का जोर
प्राइवेसी को महत्व देते हुए गूगल ने बताया, "गूगल प्ले फीचर्स और पॉलिसीज यूजर्स को सुरक्षित अनुभव देती हैं और हर एंड्रॉयड OS अपडेट भी प्राइवेसी, सुरक्षा और यूजर्स के अनुभव में सुधार करता है।"
कंपनी ने कहा, "यूजर्स को इन सुरक्षा और प्राइवेसी संबंधित बदलावों का पूरा फायदा मिल सके, इसके लिए हम डिवेलपर्स के साथ मिलकर ऐप्स को नए एंड्रॉयड वर्जन्स के लिए अपडेट करने पर काम कर रहे हैं।"
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
फोन में इंस्टॉल ऐप्स को भी लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट रखने की सलाह इसीलिए दी जाती है, क्योंकि पुराने वर्जन्स में मौजूद बग्स का फायदा हैकर्स या अटैकर्स को मिल सकता है। ऐसी ऐप्स की मदद से मालवेयर फैलाए जा सकते हैं।