गूगल का डार्क वेब रिपोर्ट फीचर अब भारत में भी उपलब्ध, जानिए कैसे करें उपयोग
गूगल ने इसी साल मार्च में गूगल वन यूजर्स को साइबर अपराध का शिकार होने से बचने के लिए डार्क वेब रिपोर्ट फीचर को पेश किया था। यह फीचर शुरू में केवल अमेरिका में उपलब्ध था, लेकिन अब यह भारत में भी गूगल वन यूजर्स के लिए उपलब्ध है। इस फीचर का उपयोग करके यूजर्स अपनी उन व्यक्तिगत जानकारियों के बारे में जान सकते हैं, जिनको साइबर जालसाजों ने डार्क वेब पर अपलोड कर दिया है।
कैसे करें इस फीचर का उपयोग?
गूगल के डार्क वेब रिपोर्ट फीचर का उपयोग करने के लिए सबसे पहले गूगल वन पेज खोलें। अब अपने गूगल क्रेडेंशियल का उपयोग करके अकाउंट लॉगिन करें और डार्क वेब रिपोर्ट सेक्शन पर जाकर सेटअप पर क्लिक करें। इसके बाद नाम, फोन नंबर और जन्म तिथि जैसे डाटा को सेलेक्ट करें, जिसकी निगरानी आप करना चाहते हैं। स्कैन करने के लिए सबमिट पर क्लिक करें। अब साइबर जालसाज अगर डाटा उल्लंघन करेंगे तो आपको एक रिपोर्ट प्राप्त होगा।
गूगल के डार्क वेब रिपोर्ट फीचर की खासियत
डार्क वेब का उद्देश्य यूजर्स की पहचान और ठिकाने को छिपाना है। यह साइबर जालसाजों के लिए लोगों के फोन नंबर और ईमेल जैसे संवेदनशील व्यक्तिगत डाटा की बिक्री और खरीद जैसे अवैध व्यवसायों को संचालित करने के लिए एक केंद्र के रूप में कार्य करता है। हालांकि, गूगल वन यूजर्स डार्क वेब रिपोर्ट का उपयोग करके यह देख सकते हैं कि उनका नाम, जन्मतिथि, ईमेल एड्रेस और फोन नंबर डार्क वेब पर हैं या नहीं।