AI की मदद से तैयार कर रही गूगल 25 प्रतिशत नया कोड
टेक दिग्गज गूगल अपने काई काम को संभालने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर निर्भरता बढ़ रही है। बीते दिन (29 अक्टूबर) गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुंदर पिचई ने बताया कि इस उनकी कंपनी में 25 प्रतिशत से ज्यादा नया कोड AI से तैयार किया जाता है। यह जानकारी बताती है कि कंपनी अपनी उत्पादकता बढ़ाने के लिए आंतरिक रूप से इस तकनीक का किस तरह से लाभ उठा रही है।
इन कोड की समीक्षा
पिचई ने बीते दिन बताया कि तैयार कोड की फिर से समीक्षा की जाती है और इंजीनियरों द्वारा स्वीकार किया जाता है। पिछले एक साल में गूगल ने अपनी संगठनात्मक संरचना में बड़ा बदलाव किया है, जिससे इसकी कार्यक्षमता बढ़ी है। उन्होंने AI शोध यूनिट डीपमाइंड और गूगल ब्रेन को विलय कर गूगल डीपमाइंड बनाया। हाल ही में, जेमिनी ऐप टीम को गूगल डीपमाइंड में स्थानांतरित किया गया, ताकि नए AI मॉडल की तैनाती में तेजी लाई जा सके।
इतना हुआ कंपनी का राजस्व
गूगल ने माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और OpenAI जैसे प्रतिद्वंद्वियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए ये कदम उठाए हैं। CEO ने कहा कि AI में लंबे समय से निवेश कंपनी को लाभ पहुंचा रहा है। तीसरी तिमाही में, अल्फाबेट का राजस्व 15 प्रतिशत बढ़कर 88.3 अरब डॉलर (लगभग 7,424 अरब रुपये) हो गया, जो मुख्य रूप से क्लाउड सेवाओं से आया। पिचाई ने गूगल के AI उत्पादों के मजबूत ढांचे की बात की, जिनके 2 अरब से ज्यादा मासिक यूजर्स हैं।