पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा CME, आज आ सकता है सौर तूफान
क्या है खबर?
सूर्य पर इस समय कई सक्रिय सनस्पॉट मौजूद हैं, जिनमें कभी भी विस्फोट हो सकता है।
हाल में सनस्पॉट AR3559 में विस्फोट हुआ है, जिससे M-श्रेणी का शक्तिशाली सोलर फ्लेयर और कोरोनल मास इजेक्शन (CME) क्लाउड भी उत्पन्न हुआ है।
नेशनल ओशनिक एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के अनुसार, सोलर फ्लेयर और CME क्लाउड तेजी से पृथ्वी की तरफ आ रहा है और आज (31 जनवरी) पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है।
सौर तूफान
पृथ्वी पर आ सकता है सौर तूफान
CME क्लाउड के पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकराने के कारण पृथ्वी पर एक शक्तिशाली सौर तूफान आ सकता है।
अंतरिक्ष एजेंसी नासा का अनुमान है कि इस टक्कर से पृथ्वी पर कभी भी G1-श्रेणी का सौर तूफान आ सकता है, जिससे दुनिया के कुछ हिस्सों में लोगों को शॉर्टवेब रेडियो ब्लैकआउट का सामना करना पड़ेगा।
वहीं इस सौर तूफान के प्रभाव के कारण कुछ जगहों पर आसमान में रंगीन प्रकाश देखने को भी मिलेगा, जिसे अरोरा कहा जाता है।
खतरा
सौर तूफान से क्या है खतरा?
अत्यधिक शक्तिशाली सौर तूफान पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इसके प्रभाव से सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंच सकता है और ये इंटरनेट या मोबाइल नेटवर्क सेवाओं को भी प्रभावित कर सकते हैं।
सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है।
G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, लेकिन G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है।