पृथ्वी पर आ सकता है G1-श्रेणी का सौर तूफान, नासा ने जारी किया अलर्ट
क्या है खबर?
सूर्य पर मौजूद एक सक्रिय सनस्पॉट में बीते दिन (24 दिसंबर) विस्फोट हुआ, जिसके कारण कोरोनल मास इजेक्शन (CME) क्लाउड उत्पन्न हुआ है।
यह सनस्पॉट सूर्य के पृथ्वी की ओर वाले हिस्से पर मौजूद है, इसलिए यह CME तेजी से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है।
नासा की सोलर डायनेमिक ऑब्जर्वेटरी (SDO) के अनुसार, 27 दिसंबर को यह CME पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है, जिससे पृथ्वी पर सौर तूफान आने की आशंका जताई जा रही है।
श्रेणी
G1-श्रेणी का होगा सौर तूफान
अंतरिक्ष वेबसाइट स्पेस वेदर की रिपोर्ट के अनुसार, CME के टक्कर से पृथ्वी पर 27 दिसंबर को G1-श्रेणी का सौर तूफान आ सकता है।
CME के प्रभाव के कारण दुनिया के कई हिस्सों में शॉर्टवेब रेडियो ब्लैकआउट होने की भी आशंका है, जिससे नाविकों और रेडियो सिग्नल का उपयोग करने वाले अन्य बहुत से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
इसके साथ ही आकाश में रंगीन प्रकाश देखने को मिल सकता है, जिसे अरोरा कहा जाता है।
खतरा
सौर तूफान से क्या खतरा है?
सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है।
G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, लेकिन G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है।
बता दें कि सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट को बाधित कर सकते हैं।
अत्यधिक शक्तिशाली होने पर ये पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।