IVR कॉल से ऐसे ठगी कर रहें जालसाज, आप इस तरह रहें सुरक्षित
क्या है खबर?
साइबर अपराध को अंजाम देने के लिए साइबर जालसाज लगातार नए-नए तरीके अपना रहे हैं।
देश के अलग-अलग हिस्सों से ठगी के ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें जालसाजों ने इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस (IVR) कॉल का उपयोग करके लोगों को अपना शिकार बनाया था।
इस तरह के काल में पहले से रिकॉर्ड किए गए मैसेज और कीपैड संकेत शामिल होते हैं, जो यूजर्स को धोखा देने के लिए डिजाइन किए गए होते हैं।
ठगी
IVR कॉल से कैसे ठगी कर रहे हैं?
IVR कॉल में रिकॉर्ड किए गए मैसेज और कीपैड संकेत की मदद से जालसाज लोगों की व्यक्तिगत जानकारी हासिल करने का प्रयास करते हैं या उन्हें किसी मामले को लेकर डराते हैं।
इस तरह के कॉल में वित्तीय और व्यक्तिगत जानकारी को दर्ज करने के लिए कहा जाता है और बहुत से लोग जल्दबाजी में जानकारी दे देते हैं। ऐसी ही जानकारी का दुरुपयोग करके जालसाज लोगों से ठगी करते हैं।
बचाव
IVR कॉल स्कैम से कैसे बचें?
अगर आपको ऐसा कोई भी IVR कॉल आता है, जिसमें आपको धमकी भरे या डराने के अंदाज में प्रतिक्रिया मांगी जाती है तो कोई जवाब ना दें।
अपनी वित्तीय और व्यक्तिगत जानकारी को किसी भी अनजान कॉल पर या मैसेज में साझा करने से परहेज करें, क्योंकि इसका दुरुपयोग किया जा सकता है।
ऐसा कोई भी कॉल आने पर या ठगी का शिकार होने पर तत्काल साइबर अपराध सेल में शिकायत करें।