मेटा यूजर्स के लिए आया नया प्राइवेसी सेंटर, एकसाथ मिलेंगे सभी सिक्योरिटी फीचर्स
क्या है खबर?
दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी मेटा (पहले फेसबुक) अपने यूजर्स के लिए नया प्राइवेसी सेंटर लेकर आई है।
इस हब पर कंपनी के फेसबुक, इंस्टाग्राम, मेसेंजर और व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स इस्तेमाल करने वालों को प्राइवेसी ऑप्शंस के बारे बताया जाएगा।
यूजर्स को बताया जाएगा कि मेटा किस तरह उनका डाटा जुटाती और इस्तेमाल करती है।
उन्हें प्लेटफॉर्म से जुड़े सभी सिक्योरिटी फीचर्स भी प्राइवेसी सेंटर में एकसाथ मिल जाएंगे।
रोलआउट
कुछ यूजर्स को दिखने लगा नया सेंटर
प्राइवेसी सेंटर अभी चुनिंदा यूजर्स को फेसबुक के डेस्कटॉप वर्जन में दिखा है और इसे सभी सेवाओं का हिस्सा बनाया जाएगा।
कंपनी ने कहा है कि अगले कुछ महीनों में इसे सभी ऐप्स पर यूजर्स के लिए रोलआउट किया जाएगा।
प्राइवेसी सेंटर में यूजर्स अपनी प्राइवेसी से जुड़े फीचर्स के बारे में समझ पाएंगे, मेटा की डाटा पॉलिसी पढ़ सकेंगे और उन्हें बताया जाएगा कि कंपनी कौन-कौन से प्राइवेसी और सिक्योरिटी कंट्रोल्स देती है।
बयान
प्राइवेसी का महत्व समझें यूजर्स
मेटा ने आधिकारिक बयान में कहा, "हमने अपनी ऐप्स पर पिछले कई साल में ढेरों प्राइवेसी और सुरक्षा से जुड़े कंट्रोल्स और फीचर्स तैयार किए हैं और हमारा मकसद उन कंट्रोल्स और प्राइवेसी विकल्पों के बारे में यूजर्स को प्राइवेसी सेंटर की मदद से जागरूक करना है।"
कंपनी चाहती है कि यूजर्स प्राइवेसी का महत्व समझें और इससे जुड़े फीचर्स इस्तेमाल करें। मेटा की कोशिश इस तरह यूजर्स का भरोसा जीतने की है।
सेंटर
प्राइवेसी सेंटर में दिए जाएंगे ये विकल्प
प्राइवेसी सेंटर में सुरक्षा, शेयरिंग, कलेक्शन, यूज और ऐड्स कैटेगरी में विकल्प मिलेंगे।
यूजर्स को अकाउंट सुरक्षा के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) सेटअप करने और यह देखने का विकल्प मिलेगा कि उनकी पोस्ट्स या जानकारी किसको दिखती है।
सेंटर ने यूजर्स का डाटा जुटाने के तरीकों, उनके इस्तेमाल की जरूरत और प्लेटफॉर्म पर दिखने वाले ऐड्स के बारे में बताया जाएगा।
सेटिंग्स के साथ डाटा और उसके इस्तेमाल पर भी यूजर्स को नियंत्रण दिया जाएगा।
डाटा
यूजर्स डाटा के इस्तेमाल पर सवाल
दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रेग्युलेटर्स यूजर्स डाटा के इस्तेमाल को लेकर मेटा से सवाल करते रहते हैं।
फेसबुक से मेटा रीब्रैंडिंग के बाद कंपनी ने फेस रेकग्निशन सिस्टम बंद करने का फैसला किया।
कंपनी ने बताया कि एक अरब से ज्यादा जिन यूजर्स का डाटा अब तक जुटाया गया है, उसे भी डिलीट कर दिया जाएगा।
मेटा की कमाई का बड़ा सोर्स यूजर्स का डाटा है, जिसे कंपनी थर्ड-पार्टी सोर्सेज के साथ शेयर करती है।
सर्वे
मेटा रही 2021 की सबसे खराब कंपनी
याहू फाइनांस की ओर से करवाए गए सर्वे में फेसबुक को 2021 में दुनिया की सबसे खराब कंपनी बताया गया है।
फेसबुक का इतिहास यूजर्स के डाटा की सुरक्षा को लेकर अच्छा नहीं रहा है, यही वजह है कि यूजर्स इसपर भरोसा नहीं करना चाहते।
CEO मार्क जुकरबर्ग खुद मानते हैं कि कंपनी यूजर्स के डाटा की मदद से उन्हें विज्ञापन दिखाती है और ऐसा करना जरूरी है।
यूजर्स का भरोसा बरकरार रखना मेटा के लिए बड़ी चुनौती है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
अगर आप चाहते हैं कि फेसबुक इंटरनेट पर आपकी ऐक्टिविटी रिकॉर्ड ना करे तो सेटिंग्स में बदलाव कर सकते हैं। सेटिंग्स में जाने पर 'ऑफ फेसबुक ऐक्टिविटी' टैब दिखता है, यहां आप अब तक ट्रैक किया गया डाटा डिलीट भी कर सकते हैं।