VIP लोगों की पोस्ट के लिए 'क्रॉस-चेक' फीचर में बदलाव करेगी मेटा
क्या है खबर?
फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा ने नेताओं, अभिनेताओं और अन्य बड़ी हस्तियों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर आलोचना झेलने के बाद अपने 'क्रॉस-चेक' मॉडरेशन सिस्टम में सुधार की घोषणा की है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने VIP यूजर्स, विज्ञापनदाताओं, मेटा बिजनेस पार्टनर आदि को बिना किसी दिक्कत के फेसबुक और इंस्टाग्राम के नियमों का उल्लंघन करने वाला कंटेंट पोस्ट करने की अनुमति दी थी।
यह फैसला अपने आप में कंपनी की नीतियों का भी उल्लंघन था।
मेटा
मेटा ने ओवरसाइट बोर्ड की सिफारिशों पर दी प्रतिक्रिया
अब मेटा ने विवादित 'क्रॉस-चेक' प्रोग्राम को लेकर ओवरसाइट बोर्ड की कई सिफारिशों पर प्रतिक्रिया दी है और इनमें से सभी 32 सिफारिशों को पूर्ण या आंशिक रूप से लागू करने पर सहमति जताई है।
मेटा की प्रतिक्रिया बोर्ड द्वारा मानवाधिकारों पर व्यावसायिक चिंताओं को प्राथमिकता देने के लिए 'क्रॉस-चेक' प्रोग्राम की आलोचना के बाद आई है।
मेटा ने इस प्रोग्राम को गलतियों से बचने में मदद करने के लिए समीक्षा की दूसरी परत के रूप में बताया था।
बैकलॉग
क्रॉस-चेक यूजर्स के काफी ज्यादा रहते हैं बैकलॉग
ओवरसाइट बोर्ड ने यह भी पाया कि 'क्रॉस-चेक' यूजर्स के मामले अक्सर इतने बैकलॉग होते हैं कि इनकी तरफ से पोस्ट किया गया हानिकारक कंटेंट अन्य यूजर्स की पोस्ट की तुलना में अधिक समय तक टाइमलाइन पर बना रहता है।
मेटा ने बोर्ड के कई सुझावों को अपनाने पर सहमति तो व्यक्ति की, लेकिन उन बदलावों को लागू करने से इनकार कर दिया, जो 'क्रॉस-चेक' प्रोग्राम में शामिल लोगों के बारे में पारदर्शिता बढ़ाने के बारे में थे।
खुलासा
यूजर्स का खुलासा करने वाली सिफारिश को मेटा ने मना किया
मेटा ने आंतरिक रूप से क्रॉस चेक मामलों को कैसे संभाला जाता है और कार्यक्रम के बारे में ओवरसाइट बोर्ड को अधिक जानकारी देने की बात को मान लिया है।
मेटा कंपनी ने क्रॉस-चेक मामलों में बैकलॉग को कम करने का भी वादा किया है।
हालांकि, मेटा ने बोर्ड की उस सिफारिश को साफतौर पर मना कर दिया, जो क्रॉस-चेक की सुरक्षा का लाभ लेने वाले नेताओं, अभिनेताओं सहित अन्य VIPs का खुलासा करने से जुड़ी थी।
समझें
क्या है मेटा का क्रॉस-चेक प्रोग्राम?
क्रॉस-चेक प्रोग्राम में मेटा के अपने व्यावसायिक हितों के अनुसार चुने गए ऐसे खास यूजर्स होते हैं, जिनकी पोस्ट को डिलीट होने से बचाने के लिए खास सुरक्षा दी जाती है।
आम यूजर्स के किसी पोस्ट को लोगों ने रिपोर्ट किया या फेसबुक और इंस्टाग्राम के इंटरनल सिस्टम ने गलत पाया तो वो खुद ही डिलीट कर देती है, लेकिन क्रॉस-चेक यूजर्स की पोस्ट की शिकायत आने के बाद उसकी मानव समीक्षा का प्रावधान है।