ऐपल के प्राइवेसी चेंज से पहले फेसबुक ने ऐड टूल्स में किए बदलाव
क्या है खबर?
फेसबुक ने ऐपल की ओर से iOS को मिलने वाले प्राइवेसी अपडेट से पहले अपने एडवर्टाइजिंग टूल्स में बदलाव करने की घोषणा की है।
सोशल मीडिया कंपनी ने बुधवार को बताया कि एडवर्टाइर्स की ओर से प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल किए जाने वाले डाटा कलेक्शन फीचर्स को लिमिटेड किया जाएगा।
इससे पहले डाटा जुटाने को लेकर फेसबुक और ऐपल के बीच टकराव की स्थिति देखने को मिली थी क्योंकि ऐसा करने के लिए फेसबुक को यूजर्स की परमिशन लेनी होगी।
अपडेट
iOS अपडेट में मिलेंगे नए प्राइवेसी फीचर्स
ऐपल अपने डिवाइसेज को अगले सप्ताह नया सॉफ्टवेयर अपडेट देने वाली है और इसमें कई प्राइवेसी फीचर्स यूजर्स को मिलने वाले हैं।
यूजर्स चाहें तो अलग-अलग ऐप्लिकेशंस पर अपनी ट्रैकिंग रोकने के लिए एडवर्टाइजर्स को ब्लॉक कर सकते हैं।
ऐपल के नए 'ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपैरेंसी' फीचर को लेकर दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने नाराजगी जताई थी।
फेसबुक का मानना था कि ऐसा करने पर छोटे डिवेलपर्स को नुकसान होगा।
प्राइवेसी
ऐपल ने यूजर्स को दिया प्राइवेसी का भरोसा
कैलिफोर्निया की टेक कंपनी ने यह कहकर किए गए बदलावों का बचाव किया कि यूजर्स को प्राइवेसी देना उसकी प्राथमिकता है।
हालांकि, फेसबुक के अलावा जिन ऐप डिवेलपर्स और स्टार्टअप्स के बिजनेस मॉडल ऐडवर्टाइजिंग ट्रैकिंग पर निर्भर हैं, उनकी ओर से नए बदलाव को लेकर नकारात्मक प्रतिक्रिया भी देखने को मिली।
वहीं, ऐपल ने कहा कि बिना यूजर्स की परमिशन लिए उन्हें ट्रैक करना गलत है और ऐप्स परमिशन मिलने पर ऐसा कर सकती हैं।
ऐड टूल्स
मौजूदा ऐडवर्टाइजिंग टूल्स में किए बदलाव
फेसबुक ने बताया है कि इसकी सर्विसेज पर मिलने वाले ऐड टूल्स पहले के मुकाबले अलग तरह से काम करेंगे।
अब होने वाले बदलावों के बाद टारगेट ऑडियंस चुनने के तरीके कम हो जाएंगे और ऐड कैंपेन कितना सफल रहा, यह समझने का तरीका बदला जाएगा।
कंपनी ने कहा कि यह प्राइवेसी से जुड़ी टेक्नोलॉजी को बेहतर करते हुए यूजर्स की ओर से जुटाया जा रहा डाटा पहले से कम कर रही है।
कमीशन
फेसबुक पर पड़ेगा बदलाव का असर
फेसबुक और ऐपल के बीच टकराव की वजह iOS डिवाइसेज के लिए लिस्ट की जाने वाली ऐप्स के बदले ऐपल की ओर से ली जाने वाली कमीशन फीस है।
दरसअल, ऐपल डिवाइसेज को अपने ऐप स्टोर पर लिस्ट करने के बदले उनसे कमीशन फीस लेती है और बदले में ऐप्स यूजर्स की मदद से कमाई कर पाती हैं।
ज्यादातर ऐप्स कमाई के लिए यूजर्स डाटा इस्तेमाल करती हैं और अब ऐसा करने से पहले उन्हें यूजर्स की परमिशन लेनी होगी।