
फेसबुक AI को बिना अपलोड किए फोटो से करेगी प्रशिक्षत, मांग रही यह अनुमति
क्या है खबर?
मेटा सालों से फेसबुक और इंस्टाग्राम के सर्वर पर यूजर्स द्वारा अपलोड की गई अरबों सार्वजनिक फोटो का उपयोग करके अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कार्यक्रमों को प्रशिक्षित किया है। अब उसने उन फोटोज पर अपने AI को प्रशिक्षित करने का प्रयास करने का फैसला किया है, जिन्हें यूजर्स ने सोशल मीडिया पर अपलोड नहीं किया है। फेसबुक यूजर्स से उनके फोन के कैमरा रोल का एक्सेस मांगा जा रही है ताकि, उनकी तस्वीरों के AI एडिटेड वर्जन सुझाए जा सकें।
मैसेज
यूजर्स को मिल रहा यह मैसेज
टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक यूजर्स को यह नया फीचर तब सुझाया जा रहा है, जब वे कोई नई स्टोरी बना रहे होते हैं। उन्हें स्क्रीन पर एक पॉप-अप मैसेज मिला है, जिसमें पूछा गया है कि क्या वे क्रिएटिव सुझावों की अनुमति देने के लिए 'क्लाउड प्रोसेसिंग' का विकल्प चुनना चाहेंगे। यह समय, स्थान या थीम जैसी जानकारी के आधार पर कैमरा रोल से मीडिया को अपने सर्वर पर 'निरंतर आधार' पर अपलोड करेगा।
उपयोग
फोटोज का फेसबुक क्या करेगी उपयोग?
जब यूजर 'अलाउ' पर क्लिक करते हैं, तो वे फेसबुक को अपने कैमरा रोल से कोलाज, रीकैप, AI रीस्टाइलिंग या फोटो थीम सहित नए विचार उत्पन्न करने का अधिकार देते हैं। फेसबुक ने कहा कि मेटा की AI सर्विस शर्तों से सहमत होकर यूजर अपने मीडिया और चेहरे की विशेषताओं को AI द्वारा विश्लेषण करने की अनुमति देते हैं। कंपनी रचनात्मक विचारों को उत्पन्न करने के लिए फोटोज में लोगों या वस्तुओं की उपस्थिति और तारीख का उपयोग करेगी।