पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा CME क्लाउड, सौर तूफान को लेकर जारी हुआ अलर्ट
क्या है खबर?
सूर्य के उत्तरी हिस्से में मौजूद एक सनस्पॉट में बीते दिन विस्फोट होने के कारण कोरोनल मास इजेक्शन (CME) क्लाउड उत्पन्न हुआ है, जो तेजी से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है।
अंतरिक्ष वेबसाइट स्पेस वेदर के अनुसार, नेशनल ओसियन एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह CME क्लाउड आज (1 जुलाई) को पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है।
इससे पृथ्वी पर G1-श्रेणी के सौर तूफान आने की संभावना जताई जा रही है।
खतरा
सौर तूफान से क्या है खतरा?
सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर सकते हैं।
अत्यधिक शक्तिशाली होने पर ये पावर ग्रिड और पृथ्वी पर मौजूद संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
बता दें, वैज्ञानिकों ने सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है।
G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता और G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है।