
चीनी सेटेलाइट ने जासूसी करते अमेरिकी उपग्रह पकड़ा, जारी की सटीक तस्वीरें
क्या है खबर?
चीन के एक उपग्रह ने जासूसी करते अमेरिकी सेटलाइट को पकड़ लिया है। यह सेटेलाइट चीन के अंतरिक्ष स्टेशन और हाई-वैल्यू सेटेलाइट की निगरानी कर रहा था। विश्लेषकों ने इस कदम को तेजी से विवादित होते अंतरिक्ष क्षेत्र में एक रणनीतिक प्रतिशोध बताया है। चांग गुआंग सैटेलाइट टेक्नोलॉजी की ओर से संचालित चीन के जिलिन-1 उपग्रह समूह ने 8 सितंबर को अनुकूल कक्षीय समय का लाभ उठाते हुए 40-50 किलोमीटर की दूरी से वर्ल्डव्यू लीजन उपग्रह की 4 तस्वीरें लीं।
जवाब
अमेरिकी उपग्रह के जवाब में जारी की ये तस्वीरें
कंपनी के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर पिछले शनिवार को प्रकाशित इन तस्वीरों के साथ पहली बार चांग गुआंग ने इस तरह की गतिशील अंतरिक्ष-आधारित तस्वीरें सार्वजनिक की हैं। यह घटना जुलाई की शुरुआत में अमेरिकी वाणिज्यिक रिमोट सेंसिंग कंपनी मैक्सार इंटेलिजेंस की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने के बाद हुई है। इसमें 3 जून को चीन के शिजियान-26 उपग्रह की उसके अपने हाई-रिजॉल्यूशन वाले वर्ल्डव्यू लीजन उपग्रह द्वारा ली गई तस्वीरें शामिल थीं।
प्रतिस्पर्धा
अंतरिक्ष में बढ़ रही प्रतिस्पर्धा
चीनी उपग्रह द्वारा क्रमशः 1.9cm और 4.9cm के रिजॉल्यूशन के साथ 29 और 74 किलोमीटर की दूरी से ली गई तस्वीरों ने उपग्रह की संरचना को बारीकी से दर्शाया है। इससे पहले अमेरिकी कंपनी ने चीन के तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन और अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) की 10cm रिजॉल्यूशन की तस्वीरें जारी की थीं। विश्लेषकों का मानना है कि हालिया कार्रवाइयां उपग्रह ट्रैकिंग, पोजिशनिंग और उच्च-सटीक इमेजिंग क्षमताओं में प्रगति के कारण तेज होती अंतरिक्ष दौड़ को रेखांकित करती हैं।