सबसे बड़ा KYC डाटा लीक, डार्क वेब पर करोड़ों मोबीक्विक यूजर्स का पर्सनल डाटा
क्या है खबर?
पेमेंट ऐप्लिकेशन मोबीक्विक ऐप के करोड़ों यूजर्स का डाटा डार्क वेब पर बिक्री के लिए उपलब्ध है और इसे अब तक का सबसे बड़ा KYC डाटा लीक माना जा रहा है।
इंडिपेंडेंट सिक्योरिटी रिसर्चर राजशेखर राझारिया ने सोमवार को इस बड़े KYC डाटा लीक से जुड़ी जानकारी दी है।
राजशेखर के दावे की पुष्टि फ्रेंच साइबरसिक्योरिटी एक्सपर्ट रॉबर्ट बाप्टिसे ने भी की है।
लीक डाटा में यूजर्स की KYC डीटेल्स के अलावा आधार कार्ड का डाटा जैसी जानकारियां शामिल हैं।
डाटा लीक
डार्क वेब पर सेल के लिए उपलब्ध है डाटा
फरवरी महीने में राजशेखर राझारिया ने दावा किया था कि कोई हैकर 10 करोड़ से ज्यादा मोबीक्विक ऐप यूजर्स का डाटा डार्कवेब पर बेच रहा है।
उन्होंने बताया था कि इस डाटा में क्रेडिट और डेबिट कार्ड डीटेल्स, एड्रेस, फोन नंबर, आधार कार्ड और पैन नंबर्स शामिल हैं।
राझारिया ने दावा किया था कि इस में कई हाई-प्रोफाइल टेक फाउंडर्स तक के पर्सनल डीटेल्स शामिल हैं और कुल 350GB डाटा डार्क वेब पर है।
इनकार
ऐप ने डाटा लीक से किया इनकार
मोबीक्विक ने राजशेखर के दावे को सिरे से नकार दिया और कहा कि उसके सभी क्लाइंट्स की पर्सनल जानकारी पूरी तरह सुरक्षित है।
मोबीक्विक ने कहा था कि उसकी जांच में किसी तरह का लीक सामने नहीं आया है।
कंपनी ने आरोप लगाया कि उनकी सेवाओं को लेकर कई बार ऐसे दावे किए गए हैं लेकिन बाद में वे झूठे साबित हुए हैं।
हालांकि, हैकर ने दावा किया है कि उसके पास मौजूद डाटा मोबीक्विक ऐप का ही है।
बयान
नहीं मानी किसी तरह के लीक की बात
मोबीक्विक स्पोक्सपर्सन ने डेक्कन हेराल्ड ने कहा, "कुछ सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने बार-बार हमारे ऑर्गनाइजेशन का कीमत वक्त बर्बाद किया। हमने इसकी अच्छे से जांच की और किसी तरह की सुरक्षा खामी हमें नहीं मिली। हमारे यूजर्स और कंपनी का डाटा पूरी तरह सुरक्षित है।"
ब्लैकमेल
साइबरक्रिमिनल्स ने पेश किया यूजर्स का डाटा
मोबीक्विक की सफाई को झुठलाते हुए साइबरक्रिमिनल्स ने दिखाया है कि उनके पास वाकई यूजर्स का डाटा है।
डार्क वेब सेलर ने मोबीक्विक यूजर्स के डाटाबेस के साथ एक सर्च बार दे दिया है, जिससे डाटा वेरिफिकेशन किया जा सकता है।
यानी कि डार्क वेब पर आकर इस डाटा डंप तक पहुंचने वाले यूजर्स अपने रजिस्टर्ड ईमेल ID सर्च कर देख सकते हैं कि उनका मोबीक्विक डाटा लीक हुआ है या नहीं।
मांग
हैकर्स ने डाटा डिलीट करने के बदले मांगे 1.5 बिटकॉइन्स
डार्क वेब पर यूजर्स का डाटा बेच रहे सेलर ने कंपनी से 1.5 बिटकॉइन की मांग की है और बदले में डाटा डिलीट करने का भरोसा दिया है।
बता दें, 1.5 बिटकॉइन्स की कीमत करीब 86,000 डॉलर (63 लाख रुपये से ज्यादा) है।
राजशेखर और एल्डरसन जैसे रिसर्चर्स ने कंपनी को डाटा लीक की चेतावनी पहले ही दी थी।
वहीं, नई रिपोर्ट्स में सामने आया है कि कुल डाटा 8.2TB तक हो सकता है।