
अलीबाबा ने पेश किया खास AI मॉडल, शुरुआती स्टेज में पकड़ सकेगा पेट का कैंसर
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग स्वास्थ्य क्षेत्र में बढ़ाने की योजना पर वैश्विक स्तर पर कई कंपनियां काम कर रही हैं। इसी दिशा में अलीबाबा समूह ने एक नया AI मॉडल पेश किया है, जो सीटी स्कैन की मदद से पेट के कैंसर यानी गैस्ट्रिक कैंसर का पता लगा सकता है। यह मॉडल शुरुआती चरण में भी कैंसर को पहचान सकता है। इसे अलीबाबा की दामो अकादमी और झेजियांग कैंसर अस्पताल ने मिलकर तैयार किया है।
काम
कैसे काम करता है यह AI मॉडल?
इस मॉडल का नाम ग्रेप है, जो गैस्ट्रिक कैंसर जोखिम आकलन प्रक्रिया पर आधारित है। यह एक डीप-लर्निंग सिस्टम है, जो थ्रीडी सीटी स्कैन की मदद से पेट के कैंसर की पहचान करता है। अभी तक गैस्ट्रिक कैंसर की जांच के लिए एंडोस्कोपी की जरूरत होती थी, जो एक काफी असहज प्रक्रिया है। अलीबाबा के इस नए AI टूल से बिना किसी शरीर में उपकरण डाले ही जांच संभव हो पाएगी।
खासियत
शुरुआती स्टेज में पहचान में भी कारगर
नेचर मेडिसिन में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेप मॉडल ने रेडियोलॉजिस्ट की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। इसने 85.1 प्रतिशत संवेदनशीलता और 96.8 प्रतिशत विशिष्टता हासिल की, जो रोग को जल्दी पहचानने और गलत पहचान से बचने की क्षमता को दर्शाता है। इससे शुरुआती स्टेज में कैंसर का पता लगाना अब ज्यादा आसान हो गया है। भविष्य में इससे कई लोगों की जान बच सकती है, क्योंकि गैस्ट्रिक कैंसर एक गंभीर बीमारी है।
लाभ
अन्य कैंसर की पहचान में भी मददगार
दामो टीम ने बताया कि यह तकनीक पैंक्रियाज यानी अग्नाशय के कैंसर की पहचान में पहले ही कामयाब हो चुकी है। इसी तकनीक का इस्तेमाल अब पेट के कैंसर में भी किया जा रहा है। टीम की योजना है कि इसे झेजियांग और अन्य इलाकों में बड़े स्तर पर स्क्रीनिंग में इस्तेमाल किया जाएगा। भविष्य में कई और कैंसर की पहचान के लिए AI और सीटी स्कैन का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा।