सौर तूफान को लेकर जारी किया गया अलर्ट, आज पृथ्वी से टकराएगा CME
सूर्य के पृथ्वी की तरफ वाले हिस्से में वर्तमान में 8 अलग-अलग सक्रिय सनस्पॉट मौजूद हैं। इसी हफ्ते 3 अक्टूबर को एक सक्रिय सनस्पॉट में विस्फोट हुआ था, जिससे कोरोनल मास इजेक्शन (CME) क्लाउड उत्पन्न हुआ। यह CME तेजी से पृथ्वी की तरह बढ़ रहा है। नेशनल ओसियन एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के अनुसार, सनस्पॉट में विस्फोट से उत्पन्न हुआ CME आज (7 अक्टूबर) पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है।
पृथ्वी पर आ सकता है सौर तूफान
अंतरिक्ष वेबसाइट स्पेस वेदर की रिपोर्ट के अनुसार, NOAA के वैज्ञानिकों की तरफ से CME के टक्कर के कारण आज पृथ्वी पर G1-श्रेणी के सौर तूफान के आने की आशंका जताई है। इस CME के प्रभाव के कारण आज कनाडा और यूनाइटेड किंगडम (UK) के आकाश में एक रंगीन प्रकाश (अरोरा) दिखाई देगा। बता दें, दुनिया के कुछ हिस्सों में CME क्लाउड के कारण शॉर्टवेब रेडियो ब्लैकआउट भी हो सकता है।
सौर तूफान से क्या है खतरा?
सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर सकते हैं। अत्यधिक शक्तिशाली होने पर ये पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है। बता दें कि G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, लेकिन G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है।