कौन हैं दुष्यंत चौटाला, जिनके हाथ में है हरियाणा की सत्ता की चाबी?
क्या है खबर?
दुष्यंत चौटाला ने मतगणना शुरू होने से पहले कहा था कि हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा में से किसी को बहुमत नहीं मिलेगा और सत्ता की चाबी उनकी पार्टी के हाथ में है। दोपहर होते-होते उनकी यह बात सच साबित होती दिख रही है।
चाबी के चुनाव चिन्ह वाली उनकी जननायक जनता पार्टी (JJP) 10 सीटों पर आगे चल रही है। हरियाणा में किसी को भी सरकार बनाने के लिए उनकी जरूरत है।
आइये, उनके बारे में जानते हैैं।
राजनीतिक परिवार
शक्तिशाली राजनीतिक परिवार से आते हैं दुष्यंत
हरियाणा के सबसे शक्तिशाली राजनीतिक परिवार से आने वाले दुष्यंत चौटाला के परदादा देवीलाल चौटाला राज्य के मुख्यमंत्री रहने के अलावा देश के उप प्रधानमंत्री भी रहे थे।
दुष्यंत के दादा ओम प्रकाश चौटाला पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने।
पूर्व सांसद अजय सिंह और विधायक नैना चौटाला के बेटे दुष्यंत चौटाला ने अमेरिका से ग्रेजुएशन की।
भारत लौटने के बाद उन्होंने मास कम्यूनिकेशन मे मास्टर्स की और नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री ली।
राजनीतिक करियर
2014 में पहली बार बने लोकसभा सांसद
दुष्यंत चौटाला ने पहली बार 2014 में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के टिकट पर हिसार से लोकसभा चुनाव लड़ा था।
उनके नाम सबसे कम उम्र में सांसद बनने का रिकॉर्ड है। 2018 में पारिवारिक विवाद के चलते उन्हें INLD से निकाल दिया गया था।
इसके बाद उन्होंने जननायक जनता पार्टी का गठन किया। इस मौके पर उन्होंने जींद में एक रैली आयोजित की थी जिसमें लगभग छह लाख लोगों ने हिस्सा लिया था।
राजनीति
देवीलाल की राजनीति पर आगे बढ़ रहे दुष्यंत
साल 2018 में पारिवारिक विवाद में दुष्यंत के दादा ओम प्रकाश चौटाला ने अपने छोटे बेटे अभय सिंह चौटाला का पक्ष लिया और दुष्यंत सिंह चौटाला को पार्टी ने निकाल दिया।
इसके बाद दुष्यंत को हरियाणा भर में मिले समर्थन ने यह दिखा दिया कि लोग उन्हें देवीलाल का असली उत्तराधिकारी मानते हैं।
दुष्यंत भी अपने भाषणों में अकसर कहते सुनाई दे सकते हैं कि वो देवीलाल के पदचिन्हों का अनुसरण कर रहे हैं।
उम्मीद
चुनावों में अच्छे प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त थे दुष्यंत
दुष्यंत के समर्थक भी उन्हें दूसरा देवीलाल कहते हैं। उनका नारा है- 'दुष्यंत नहीं कमाल है, दूसरा देवी लाल है।'
हालांकि, इसे लेकर दुष्यंत दूसरा नजरिया रखते हैं। पिछले सप्ताह दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि उन्हें लोगों का प्यार और भरोसा विरासत में नहीं मिला बल्कि उन्होंने कमाया है।
तब उन्होंने कहा था कि लोकसभा में उनका वोट शेयर बढ़ा था और विधानसभा चुनावों के नतीजों में यह बढ़त सीटों के रूप में दिखेगी।
जानकारी
40,000 वोटों से आगे चल रहे हैं दुष्यंत
उचाना से उम्मीदवार दुष्यंत चौटाला अभी तक के रुझानों के मुताबिक 40,000 से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं। उनके सामने पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता चुनावी मैदान में हैं।
तुलना
दुष्यंत ने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम से की थी JJP की तुलना
पार्टी के अच्छे प्रदर्शन के भरोसे की पीछे की वजह बताते हुए दुष्यंत ने कहा था, "जब अफगानिस्तान ने क्रिकेट वर्ल्ड कप में डेब्यू किया था तब किसी ने नहीं सोचा था कि वो अच्छा खेलेंगे। बाद में वो क्वार्टर फाइनल में पहुंचे। हमारी पार्टी भी नई है। आप विधानसभा चुनाव में हमारे नतीजे देखकर आश्चर्यचकित हो जाएंगे।"
एक सप्ताह पहले कही गई दुष्यंत की यह बात अब सच होती दिख रही है।