कर्नाटक में सियासी उठापटक तेज, दो निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस लिया
कर्नाटक में कई दिनों से चल रहे सियासी उठापटक के नतीजे दिखने शुरू हो गए हैं। राज्य मे कुमारस्वामी सरकार पर संकट के बादल छा गए हैं। राज्य में कांग्रेस-जनता दल सेकुलर (JDS) की गठबंधन सरकार को समर्थन दे रहे दो निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है। एच नागेश और आर शंकर ने मंगलवार को समर्थन वापसी की चिट्ठी राज्यपाल को भेजी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों विधायकों ने भाजपा को समर्थन देने की बात कही है।
दोनों विधायकों ने राज्यपाल को भेजी चिट्ठी
दोनों विधायकों ने क्या कहा
सरकार से समर्थन वापसी की घोषणा करने वाले दोनों विधायकों ने सरकार की कार्यप्रणाली से नाराजगी जताई है। आर शंकर ने कहा कि राज्य में प्रभावी सरकार होनी चाहिए। वहीं एक नागेश ने कहा कि कांग्रेस और JDS के गठबंधन को मेरा समर्थन अच्छी और स्थिर सरकार के लिए था, जो यह सरकार देने में नाकाम रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भाजपा सरकार गठबंधन सरकार से अच्छे नतीजे देने में सफल रहेगी।
विधायक का बयान
अब यह है कर्नाटक विधानसभा की स्थिति
कुल 224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में बहुमत के लिए 113 विधायकों का समर्थन होना जरूरी है। अभी कांग्रेस-JDS गठबंध के कुल 116 और भाजपा के 104 विधायक है। गठबंधन को एक बसपा विधायक का भी समर्थन है। दोनों निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद भी अब गठबंधन के पास 117 विधायक हैं जो बहुमत के आंकड़े से चार ज्यादा है। हालांकि, कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस के कुछ विधायक भाजपा के संपर्क में हैं।
महाराष्ट्र के मंत्री बोले- कर्नाटक में बनेगी भाजपा की सरकार
जैसे ही निर्दलीय विधायकों ने सरकार से अपने समर्थन वापसी की घोषणा की, महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री ने बड़ा बयान दिया। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रामनाथ शिंदे का कहना है कि अगले दो दिनों में कर्नाटक में BJP की सरकार बन सकती है।