कांग्रेस ने त्रिपुरा के कार्यकारी अध्यक्ष को निष्कासित किया, भाजपा में हो सकते हैं शामिल
त्रिपुरा में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बिलाल मिया को पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह उपचुनाव से पहले प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस ने बताया कि मिया को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। बता दें कि त्रिपुरा में 5 सितंबर को 2 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं।
मिया के निष्कासन की क्या है वजह?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व राज्य मंत्री मिया का यह निष्कासन तब हुआ जब त्रिपुरा के वरिष्ठ मंत्री रतन लाल नाथ और सुशांत चौधरी ने हाल ही में सिपाहीजला जिले के सोनामुरा में उनके आवास पर उनसे मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गईं। उन्होंने कांग्रेस से निष्कासन से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वह त्रिपुरा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
मिया ने कांग्रेस के सभी पदों से दिया था इस्तीफा
मिया ने बुधवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित एक पत्र लिखकर इस्तीफा दिया था। उन्होंने लिखा था, "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी पिछले 44 वर्षों से मेरा राजनीतिक घर रही है। इस अवधि के दौरान मैंने मुझे सौंपी गई विभिन्न क्षमताओं में पार्टी की सेवा की है। वर्तमान में मैं TPCC कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाल रहा हूं। मैं तत्काल प्रभाव से कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता के साथ-साथ सभी पार्टी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं।"
उपचुनाव से पहले भाजपा में शामिल होंगे मिया
त्रिपुरा कांग्रेस समिति के अध्यक्ष आशीष कुमार साहा ने मिया को निष्कासित करने का आदेश जारी किया है। मिया सोनामुरा उपखंड में अल्पसंख्यक मतदाताओं के बीच पार्टी का प्रमुख चेहरा थे, जहां 5 सितंबर को 2 विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव होने हैं। इंडिया टुडे के अनुसार, मुख्यमंत्री माणिक साहा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य की उपस्थिति में आज बॉक्सानगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुलुबारी में आयोजित एक कार्यक्रम में मिया भाजपा में शामिल होने वाले हैं।
कांग्रेस को उपचुनाव से पहले लगा बड़ा झटका
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि त्रिपुरा में उपचुनाव से पहले यह कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि जिन सीटों पर उपचुनाव हैं, वहां के अल्पसंख्यक मतदाताओं के ऊपर मिया का काफी प्रभाव है। दूसरी ओर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि उपचुनाव से पहले मिया के साथ सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मुख्यमंत्री साहा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भट्टाचार्य की मौजूदगी में पार्टी में शामिल होने की संभावना है।