तमिलनाडु: AIADMK ने विधानसभा अध्यक्ष को कानूनी नोटिस भेजकर माफी मांगने को कहा, जानें मामला
तमिलनाडु के विधानसभा अध्यक्ष एम अप्पावु अपने एक बयान पर घिर गए हैं। अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) ने उनको कानूनी नोटिस भेजकर सार्वजनिक माफी मांगने को कहा है। इंडिया टुडे के मुताबिक, AIADMK विधि प्रकोष्ठ के संयुक्त सचिव आरएम बाबू मुरुगावेल की ओर से भेजे गए नोटिस में पार्टी ने अध्यक्ष पर AIADMK और उसके विधायकों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया। आरोप है कि अप्पावु ने चेन्नई में यह बयान दिया था।
AIADMK ने क्या आरोप लगाया?
नोटिस में AIADMK का आरोप लगाया कि चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान अप्पावु ने कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन के बाद राजनीतिक उथल-पुथल के दौरान 40 AIADMK विधायक द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) में शामिल होने के लिए तैयार थे। नोटिस में कहा गया कि विधानसभा अध्यक्ष अप्पावु ने एक राजनीतिक दल के रूप में AIADMK की प्रतिष्ठा और सद्भावना को अपूरणीय क्षति पहुंचाई और व्यवस्था और सरकार में सदस्यों के विश्वास को कम किया।
AIADMK ने मांगा 10 करोड़ रुपये का मुआवजा
AIADMK ने नोटिस के जरिए मांग की है कि अप्पावु नोटिस मिलने के 48 घंटे के भीतर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर अपने अपमानजनक बयानों के लिए माफी मांगें और 10 करोड़ रुपये का मुआवजा दें। नोटिस में कहा गया है कि अगर नोटिस का जवाब नहीं दिया जाता है तो इसके परिणामस्वरूप अध्यक्ष के खिलाफ नागरिक और आपराधिक कार्यवाही शुरू की जाएगी। अप्पावु के बयान को लेकर तमिलनाडु में AIADMK के लोग विरोध भी जता रहे हैं।