महाराष्ट्र में स्थिर सरकार चाहिए तो हमारे नेतृत्व पर टिप्पणी करना बंद करें- कांग्रेस नेत्री
महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के गठबंधन की महाराष्ट्र विकास अगाड़ी (MVA) सरकार में फूट के संकेत दिखने लगे हैं। कांग्रेस ने शनिवार को सत्तारूढ़ शिवसेना की अगुवाई वाली सरकार में अपने सहयोगियों से अपील की कि यदि वह राज्य में 'स्थिर' सरकार चाहते हैं तो पार्टी के नेतृत्व पर टिप्पणी करने से बचें। कांग्रेस नेता के इस बयान ने सरकार के स्थिरता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
NCP प्रमुख शदर पवार ने की थी राहुल गांधी पर टिप्पणी
बता दें कि NCP प्रमुख शदर पवार ने शुक्रवार को एक इंटरव्यू के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर बड़ा बयान दिया था। इंटरव्यू में शरद पवार ने कहा था कि राहुल गांधी में एक राष्ट्रीय नेता के रूप में कुछ हद तक 'निरंतरता' की कमी लगती है। इसी तरह राहुल गांधी के कांग्रेस के लिए बाधा होने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि किसी भी पार्टी का नेतृत्व संगठन के भीतर उसकी स्वीकार्यता पर निर्भर करता है।
कांग्रेस की प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष यशोमति ठाकुर ने दी चेतावनी
कांग्रेस की प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष यशोमति ठाकुर ने MVA नेताओं के साक्षात्कार और लेखों का उल्लेख करते हुए कई ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, 'मुझे MVA में सहयोगियों से अपील करनी चाहिए यदि आप महाराष्ट्र में स्थिर सरकार चाहते हैं तो कांग्रेस के नेतृत्व पर टिप्पणी करना छोड़ दें। हर किसी को गठबंधन के बुनियादी नियमों का पालन करना चाहिए। हमारा नेतृत्व बहुत मजबूत और स्थिर है। MVA का गठन हमारी मजबूत धारणा का परिणाम है।'
शिवसेना और NCP नेताओं ने किया बचाव
यशोमति ठाकुर की चेतावनी के बाद NCP और शिवसेना नेताओं ने पवार की टिप्पणी का MVA सरकार की स्थिरता से कोई भी संबंध होने से इनकार कर दिया। NCP प्रवक्ता उमेश पाटिल ने कहा कि पवार के बयान को उनकी उम्र और अनुभव को देखते हुए सकारात्मक रूप से लिया जाना चाहिए। सरकार की स्थिरता पर ठाकुर की टिप्पणी अनावश्यक है। MVA के भीतर अच्छा समन्वय है। हाल ही में सरकार की पहली वर्षगांठ पर समारोह भी आयोजित किया है।
पवार के बयान का MVA सरकार की स्थिरता से नहीं है कोई संबंध- राउत
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि पवार ने राहुल गांधी के बारे में जो कुछ भी कहा है उसका MVA सरकार की स्थिरता से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा राहुल गांधी के पीछे खड़ा रहा हूं जब उनका नेतृत्व डगमगा रहा रहा था। शरद पवार एक बड़े नेता हैं। देश में विपक्षी दल पवार को अपना नेता मानते हैं। जब उनके जैसा अनुभवी नेता कुछ कहता है, तो उसे दिशा-निर्देशों के रूप में देखा जाना चाहिए।'