सड़कों पर लाशें नहीं हैं, इसका मतलब यह नहीं कि स्थिति सामान्य है- श्रीनगर के मेयर
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त किए जाने के बाद से राज्य में कई पाबंदियां जारी है।
इसे लेकर श्रीनगर के मेयर जुनैद आजिम मट्टू ने सरकार पर निशाना साधा है। हाल ही में राज्य मंत्री का दर्जा पाने वाले मट्टू ने कहा कि श्रीनगर की सड़कों पर लाशें नहीं पड़ी हैं इसका मतलब यह नहीं कि यहां हालात सामान्य है।
उन्होंने कहा कि यहां सब सामान्य होने की आशा करना अवास्तविक बात है।
मौजूदा स्थिति
राज्य में क्या हो रहा है?
अगस्त की शुरुआत में मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने का फैसला किया था।
इसके बाद होने वाले संभावित विरोध-प्रदर्शनों को रोकने के लिए सरकार ने राज्य में कड़े प्रतिबंध लागू कर दिए।
इनमें मुख्यधारा के नेताओं और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के साथ-साथ संचार के साधनों पर रोक लगाना शामिल था।
लगभग एक महीने बाद भी ये नेता हिरासत में हैं।
प्रतिक्रिया
मट्टू ने सरकार के कदम पर जताई नाराजगी
जम्मू-कश्मीर पीपल्स कॉन्फ्रेंस (JKPC) के प्रवक्ता और भाजपा की मदद से पिछले साल मेयर बनने वाले मट्टू केंद्र सरकार के इस कदम से नाराज हैं।
NDTV से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कई सालों से कश्मीर में राजनीतिक कार्यकर्ता आतंकी तत्वों द्वारा धमकियों और हिंसा का सामना कर रहे थे, लेकिन आज उन्हीं का शिकार किया जा रहा है।
बता दें, कि मट्टू की पार्टी के प्रमुख सज्जाद लोन को भी हिरासत में रखा गया है।
बयान
'अस्तित्व के संकट' से गुजर रहा जम्मू-कश्मीर- मट्टू
मट्टू ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त होने के बाद से यह 'अस्तित्व के संकट' से गुजर रहा है।
उन्होंने कहा, "हम सदा हिंसा के डर में रहे हैं। यह नई बात नहीं है, लेकिन उसे मौलिक अधिकारों को छीनने के लिए आधार बनाना कश्मीर में अलागाव का मूल आधार है।"
घाटी में संचार के साधन बंद होने पर प्रतक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि लोग अपने परिजनों से बात नहीं कर पा रहे हैं।
बयान
मट्टू ने बताया उन्हें क्यों नहीं लिया गया हिरासत में
जब उनसे पूछा गया कि उन्हें हिरासत में क्यों नहीं लिया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें उपचार के लिए 13 अगस्त को दिल्ली जाना था। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार ने उन्हें भरोसे में नहीं लिया था।
साथ ही एक दूसरे इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मीडिया और प्रशासन यह बता रहा है कि राज्य में स्थिति सामान्य है। अगर लाशें नहीं गिरना सामान्य स्थिति की परिभाषा है तो कुछ नहीं किया जा सकता।
प्रतिबंध
सरकार ने जायज बताई पाबंदियां
एक तरफ जम्मू-कश्मीर में जारी पाबंदियों को लेकर सरकार की आलोचना हो रही है, वहीं सरकार इस पांबदी को जायज बता रही है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि यह संभव नहीं था कि आतंकवादियों के बीच संपर्क काट दिया जाए तो इससे आम लोग प्रभावित न हो।
उन्होंने कहा, "ऐसा कैसे संभव है कि मैं आतंकवादियों और उनके हैंडलर के बीच संचार के साधन काट दूं लेकिन दूसरे लोगों के लिए इंटरनेट चलता रहे? मैं ये तरीका जानना चाहूंगा।"