नेताओं के पत्र के बाद सोनिया गांधी ने कही अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफे की बात
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं को बता दिया है कि वो अंतरिम अध्यक्ष के पद पर नहीं रहेंगी। सूत्रों का कहना है कि इस पद के लिए योग्य उम्मीदवार मिलने तक अंतरिम अध्यक्ष बनी रह सकती हैं। इससे पहले पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने पत्र लिखकर कांग्रेस में बड़े सुधारों की मांग की थी। दूसरी तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा है कि ऐसे मुद्दे उठाने के लिए यह उचित समय नहीं है।
"सोनिया नहीं तो राहुल को आगे आना चाहिए"
वरिष्ठ नेताओं का पत्र सामने आने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर गांधी परिवार में विश्वास व्यक्त किया है। सिंह का कहना है कि जब तक सोनिया चाहें वो इस पद पर रहें और उनके बाद राहुल गांधी नेतृत्व संभाले। इसी तरह गहलोत और बघेल का कहना है कि अगर सोनिया गांधी यह पद छोड़ती हैं तो राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान संभालनी चाहिए।
राहुल नेतृत्व को तैयार नहीं, कल CWC की बैठक
सोनिया ने पद छोड़ने की बात कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) कल होने वाली बैठक से ठीक एक दिन पहले कही है। हालांकि, इस बात की संभावना बेहद कम हैं कि CWC सोनिया के इस्तीफे को स्वीकार करेगी। ये भी खबरें है कि पार्टी का एक हिस्सा चाहता है कि राहुल फिर से पार्टी की कमान संभालें, लेकिन वो इसके इच्छुक नहीं है। ऐसे में CWC सोनिया को कुछ और समय के लिए अंतरिम अध्यक्ष बने रहने को कह सकती है।
वरिष्ठ नेताओं ने की है पार्टी में बड़े सुधारों की मांग
अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखते हुए पार्टी में ऊपर से लेकर नीचे तक बड़े सुधारों की मांग की है। 7 अगस्त के इस पत्र में शक्ति के विकेंद्रीकरण, राज्य इकाइयों के सशक्तिकरण, ब्लॉक से लेकर शीर्ष तक पार्टी में हर स्तर पर चुनाव और एक केंद्रीय संसदीय बोर्ड के तत्काल गठन समेत कई सुधार करने का सुझाव दिया गया है।
पत्र में नेताओं ने कहा- पार्टी को पूर्णकालिक और प्रभावी नेतृत्व की जरूरत
पत्र में कहा गया है कि पार्टी को ऐसे पूर्णकालिक और प्रभावी नेतृत्व की जरूरत है जो दिखे भी और सक्रिय भी हो। कांग्रेस के पुनरुद्धार को देश और लोकतंत्र के लिए जरूरी बताते हुए इसमें कहा गया है कि पार्टी का पतन ऐसे समय पर हुआ है जब देश आजादी के बाद अपनी सबसे गंभीर राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। पत्र में पार्टी के पुनरुद्धार के लिए सामूहिक नेतृत्व की बात कही गई है।
इस्तीफे से पहले सोनिया ने लिखा था जबावी पत्र
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस्तीफे से पहले सोनिया गांधी ने भी वरिष्ठ नेताओं को जबावी पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कहा कि वह अब और समय के लिए कांग्रेस की अध्यक्ष नहीं रहना चाहतीं और उन सभी को साथ आकर एक नया अध्यक्ष चुनना चाहिए। सोनिया ने वरिष्ठ नेताओं को याद दिलाया कि जब 10 अगस्त को CWC की बैठक में उनसे दोबारा अध्यक्ष बनने को कहा तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया था।
जल्द पूर्णकालिक अध्यक्ष ढूढ़ने की शर्त पर स्वीकार किया था पद- सोनिया
सोनिया ने ये भी कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद जब राहुल गांधी ने इस्तीफा दिया था, तब उन्होंने (सोनिया) साफ किया था कि अगला अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का होना चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि पार्टी नेताओं के बहुत मनाने के बाद उन्होंने इसी शर्त पर अंतरिम अध्यक्ष का पद स्वीकार किया था कि पार्टी जल्द ही एक पूर्णकालिक अध्यक्ष ढूढ़ेंगी। बता दें कि राहुल के इस्तीफे के बाद सोनिया को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था।