राजनीति में सक्रिय रहेंगी सुषमा, चुनाव नहीं लड़ने के फैसले पर चिदंबरम ने कसा तंज
केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भले ही चुनावी राजनीति से संन्यास ले लिया है, लेकिन वह राजनीति में सक्रिय रहेंगी। खुद सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी। एक ट्वीट के रिप्लाई में उन्होंने लिखा, 'मैं राजनीति से रिटायर नहीं हो रही हूं। सिर्फ स्वास्थ्य कारणों से 2019 का चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है।' इससे एक दिन पहले उन्होंने इंदौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वह 2019 का चुनाव नहीं लड़ेंगी।
ट्वीटर पर दी जानकारी
स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुषमा स्वराज ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए कहा कि फैसला पार्टी को लेना है। बता दें कि साल 2016 में निमोनिया के लक्षण और सीने में जकड़न होने की वजह से उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था। दिसंबर 2016 में सुषमा का किडनी प्रत्यारोपण किया गया था। उसके बाद सुषमा मंत्रालय के कामकाज को लेकर फिर सक्रिय हो गईं थीं। ट्विटर पर लोगों की मदद करने की वजह से उनकी खूब तारीफें हुईं।
25 साल की उम्र में बनी थीं मंत्री
मध्यप्रदेश के विदिशा से लोकसभा सांसद सुषमा स्वराज 4 बार लोकसभा और 3 बार राज्यसभा सांसद रह चुकी हैं। जेपी आंदोलन से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाली सुषमा 25 साल की उम्र में हरियाणा कैबिनेट में मंत्री बनीं थी। इसके अलावा उनके नाम दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री, देश की पहली महिला विदेश मंत्री, किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता बनने की उपलब्धियां हैं। साल 2009 से लेकर 2014 तक वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष रहीं थीं।
चिदंबरम ने बताया सुषमा को स्मार्ट
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने ट्विटर पर लिखा कि सुषमा स्वराज स्मार्ट हैं। आगे उन्होंने लिखा कि मध्य प्रदेश में बीजेपी की हालत को देखकर सुषमा स्वराज ने यह फैसला किया है। वहीं शशि थरूर ने सुषमा की तारीफ करते हुए कहा कि उनके साथ काम कर उन्हें हमेशा अच्छा लगा है। थरूर ने कहा कि तमाम राजनैतिक मतभेदों के बाद उन्हें इस बात का दुख है कि सुषमा अब संसद में नहीं दिखाई देंगी।
चिदंबरम का तंज
सुषमा के पति ने किया फैसले का स्वागत
सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने उनके इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'मैडम (सुषमा स्वराज) अब और चुनाव नहीं लड़ने के आपके फैसले के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे याद है कि एक वक्त ऐसा आया था, जब मिल्खा सिंह ने भी दौड़ना बंद कर दिया था।' दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि आप 25 साल की उम्र से चुनाव लड़ रही हैं और 41 साल चुनाव लड़ना एक मैराथन की तरह है।