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राजस्थान: सियासी घमासान के बीच सचिन पायलट खेमे ने मांगा राहुल गांधी से मिलने का समय

राजस्थान: सियासी घमासान के बीच सचिन पायलट खेमे ने मांगा राहुल गांधी से मिलने का समय

Aug 10, 2020
02:55 pm

क्या है खबर?

राजस्थान में कई दिनों से चल रहे सियासी घमासान के बीच बड़ी खबर सामने आई है। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रचने और कांग्रेस पार्टी से बगावत के आरोपी पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थित विधायकों ने अब राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है। इससे एक बार फिर कांग्रेस में हलचल अचानक से तेज हो गई है। हालांकि, राहुल गांधी की ओर से अभी तक मिलने का समय नहीं दिया गया है।

पृष्ठभूमि

बागी विधायकों ने कांग्रेस सरकार को खतरे में डाला

पिछले महीने राजस्थान और दिल्ली के सियासी गलियारों के चर्चित चेहरे सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ विद्रोह की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा था कि 200 सदस्यीय विधानसभा में गहलोत को बहुमत नहीं मिला और बाद में अपने समर्थित विधायकों के साथ हरियाणा में डेरा डाल दिया। कांग्रेस ने पायलट को मनाने की कोशिश भी की, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में पार्टी ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से हटा दिया।

संपर्क

संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के संपर्क में हैं बागी विधायक

HT की रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं ने सचिन पायलट द्वारा राहुल गांधी से मिलने का समय मांगने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी की ओर से अभी तक समय नहीं दिए जाने को लेकर बागी विधायक वर्तमान में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के संपर्क में हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि 14 अगस्त तक सचिन पायलट की राहुल गांधी से मुलाकात हो सकती है।

संकेत

कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य रघुवीर मीणा ने दिए थे संकेत

रविवार को जैसलमेर के होटल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई थी। इसमें कुछ नेताओं और विधायकों ने पायलट गुट के लिए कांग्रेस के दरवाजा बंद करने का सुझाव दिया था। इस दौरान कई नेताओं ने सुलह का भी सुझाव दिया था। कांग्रेस कार्यसिमिति सदस्य रघुवीर मीणा ने कहा था कि बागी विधायक यदि फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस के पक्ष में वोट करते हैं तो उन्हें माफ कर दिया जाएगा। मीणा के बयान को सुलह के संकते दिए थे।

कयास

राहुल गांधी द्वारा समय नहीं देने पर लगाए जा रहे हैं ये कयास

कांग्रेस विधायक दल की बैठक बागी विधायकों के लिए कांग्रेस के दरवाजे हमेशा के लिए बंद करने और अब राहुल गांधी द्वारा सचिन पायलट गुट को मिलने का समय नहीं देने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पायलट की हरकतों से अब आलाकमान भी मानस बना चुका है कि विरोधी खेमे की वापसी के रास्ते बंद कर दिए जाएं। इससे पहले कांग्रेस ने पायलट को मनाने का प्रयास किया था।

भाजपा

भाजपा ने गुजरात में शिफ्ट किए अपने विधायक

इधर, अब तक सरकार पर मंडराते खतरे और राजनीतिक संकट को कांग्रेस की अंदुरुनी लड़ाई बताने वाली भाजपा ने अपनी रणनीति बदल ली है। भाजपा अब खुद के विधायकों में सेंधमारी की बात कह रही है। यही कारण है कि करीब 20 भाजपा विधायकों को गुजरात में बाड़ाबंदी में रखा गया है। कुल 75 विधायक वाली पार्टी को अब सेंधमारी का डर सताने लगा है। ऐसे में वह सभी विधायकों से संपर्क साध रही है।

विधानसभा सत्र

राजस्थान में 14 अगस्त को बुलाया जाएगा विधानसभा सत्र

पायलट गुट की ओर से बगावत किए जाने के बाद से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार विधानसभा सत्र बुलाने की मांग कर रहे थे, लेकिन राज्यपाल कलराज मिश्र ने उसे तीन बार खारिज कर दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख दिया। बाद में राज्यपाल ने 14 अगस्त को विधानसभा सत्र बुलाने की अनुमति दे दी। उसके बाद से ही कांग्रेस ने अपने विधायकों को जैसलमेर के होटल में बाड़ाबंद कर रखी है।