राम मंदिर के लिए चंदा देने वालों के घरों पर निशान लगाया जा रहा- कुमारस्वामी
क्या है खबर?
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल सेक्युलर के नेता एचडी कुमारस्वामी ने अयोध्या में बनने वाले श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) द्वारा एकत्र किए जा रहे चंदे की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया है कि RSS कार्यकर्ता चंदा देने वाले और नहीं देने वालों के घरों पर निशान लगाकर उन्हें चिह्नित कर रहे हैं। यह बिल्कुल जर्मनी के नाजियों जैसा प्रतीत हो रहा है।
प्रकरण
RSS की ओर से घर-घर जाकर उगाया जा रहा है चंदा
बता दें कि श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए घर-घर चंदा एकत्र करने की जिम्मेदारी RSS को सौंपी है।
इसको लेकर RSS ने 15 जनवरी से देशव्यापी चंदा एकत्र अभियान चला रखा है। यह 27 फरवरी तक चलेगा। इसमें RSS स्वयंसेवक चार लाख गांवों के 11 करोड़ परिवारों तक पहुंचेंगे।
यह अभियान तेजी से चल रहा है और अब तक 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का चंदा एकत्र किया जा चुका है।
बयान
चंदा देने वाले और नहीं देने वालों के घरों को चिह्नित कर रहा RSS- कुमारस्वामी
कुमारस्वामी ने कई ट्वीट करते हुए दावा किया कि जिस समय जर्मनी में नाजी पार्टी की स्थापना हुई थी उसी समय भारत में RSS का जन्म हुआ था।
उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'राम मंदिर का निर्माण करने के लिए चंदा जुटाने वाले चंदा देने और नहीं देने वालों के घरों पर अलग-अलग निशान लगा रहे हैं। यह उसी तरह है जैसा जर्मनी में नाजियों ने हिटलर के समय में किया था जब लाखों लोगों को अपनी जिंदगी गंवानी पड़ी थी।'
आरोप
देश में छीने जा रहे हैं लोगों के मूलभूत अधिकार- कुमारस्वामी
इतिहासकारों का हवाला देते हुए कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि यदि RSS देश में नाजियों की तरह ही नीतियां लागू करने का प्रयास करेगा तो क्या होगा। यह देश के भविष्य के लिए बड़ी चिंता है।
उन्होंने कहा कि देश में वर्तमान में अघोषित आपातकाल है और लोग अब अपने विचारों को भी स्वतंत्रतापूर्वक व्यक्त नहीं कर पा रहे हैं। इसी तरह यदि मीडिया भी सरकार के विचारों को बरकरार रखेगा तो स्थिति और बिगड़ जाएगी।
खारिज
RSS ने आरोपों को किया खारिज
कुमारस्वामी की ओर से लगाए गए आरोपों को RSS ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। RSS के मीडिया प्रभारी ईएस प्रदीप ने कहा कि कुमारस्वामी के आरोप किसी भी प्रतिक्रिया के योग्य नहीं है। ऐसे में संगठन पर इस पर कुछ नहीं कहना चाहता है।
बता दें श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए चंदा उगाने का कार्य बहुत तेज गति से चल रहा है। अभियान के बाद लोगों को ट्रस्ट के खाते में चंदा जमा कराना होगा।