कांग्रेस संसदीय दल की नेता बनीं सोनिया, राहुल बोले- 52 कांग्रेसी सांसद भाजपा के लिए काफी
सोनिया गांधी शनिवार को एक बार फिर कांग्रेस की संसदीय दल की नेता चुनी गईं। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी भाषण दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 52 सांसद चुनकर आए हैं और भारतीय जनता पार्टी से लड़ने के लिए ये 52 सांसद काफी है। राहुल ने कहा कि वो गारंटी देते हैं कि ये 52 सासंद ही भाजपा से इंच-इंच लड़ने के लिए काफी हैं। इस मौके पर सोनिया गांधी ने भी संबोधन दिया।
राहुल ने दिया यह भाषण
राहुल ने कांग्रेस सासंदों को संबोधित करते हुए कहा, "पहले आपको समझना होगा कि आप कौन हैं। आप हर भारतीय के लिए लड़ रहे हैं। नफरत और गुस्सा आपके खिलाफ लड़ रहा है। आपको ज्यादा आक्रामक होना होगा।" राहुल ने आगे कहा कि सभी कांग्रेस सदस्यों को यह याद रखना है कि वो सब संविधान के लिए लड़ रहे हैं और बिना किसी भेदभाव के हर देशवासी के लिए लड़ रहे हैं।
राहुल ने दी सोनिया को बधाई
सोनिया गांधी फिर चुनी गईं संसदीय दल की नेता
सोनिया 2014 से कांग्रेस संसदीय दल की नेता है। अब फिर उन्हें इस पद के लिए चुना गया है। इस मौके पर सोनिया ने कहा कि यह कांग्रेस के लिए संकट का समय है, लेकिन इसमें मौके भी छिपे हैं। उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि हमारे सामने क्या चुनौतियां हैं, हम वापसी करेंगे। हम अपना हौसला नहीं खोएंगे। हम सरकार को उसके वादे याद दिलाते रहेंगे।" उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता के लिए सड़क और संसद, दोनों जगहें लड़ेगी।
सोनिया चुनेगी विपक्ष का नेता
कांग्रेस संसदीय दल ने विपक्ष का नेता चुनने की जिम्मेदारी सोनिया गांधी को दी है। हालांकि, नियमों के मुताबिक, विपक्ष का दर्जा पाने के लिए एक पार्टी के पास कम से कम 55 सांसद होने जरूरी हैं, जबकि कांग्रेस के पास केवल 52 सांसद है।
सोनिया ने दिया वोटरों को धन्यवाद
राहुल के नाम सोनिया ने लिखी चिट्ठी
सोनिया गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नाम चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में कांग्रेस का नेतृत्व संभालने, निडर होकर चुनाव प्रचार करने और पार्टी को एकजुट करने के लिए भी राहुल की तारीफ की है। सोनिया ने लिखा राहुल गांधी ने आगे बढ़कर देश के हर वर्ग से जुड़े मुद्दों को उठाया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि कांग्रेस के सांसदों की संख्या भले ही कम है, लेकिन जनहित के मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी।
इस्तीफे पर अड़े राहुल
लोकसभा चुनावों में हार का सामना करने के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। कांग्रेस कार्यसमिति ने इस पेशकश को ठुकरा दिया था, लेकिन राहुल अब भी इस्तीफा देने की बात पर अड़े हुए हैं।