राहुल गांधी छोड़ सकते हैं वायनाड सीट, CWC की बैठक में हुई अहम चर्चा- रिपोर्ट
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी वायनाड सीट छोड़ सकते हैं और रायबरेली से बने रह सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस कार्यकारिणी समिति (CWC) की शनिवार को हुई बैठक में इस मुद्दे पर गहन चर्चा हुई हैं और वह 17 अप्रैल से पहले इस पर फैसला ले लेंगे। बैठक में नेताओं के बीच इस बात पर चर्चा हुई और सभी ने सीट रखने के निर्णय पर अपने-अपने सुझाव दिए। इस दौरान उनके वायनाड सीट छोड़ने की स्थिति पर भी चर्चा हुई।
सांसदों ने दिए अपने-अपने तर्क
रिपोर्ट के अनुसार, सांसद के सुरेश (मवेलीकारा केरल) ने कहा कि राहुल गांधी दूसरी बार वायनाड से सांसद बने हैं और वहां की जनता उन्हें प्रतिनिधि के रूप में चाहती हैं। हालांकि, अधिकतर सांसदों ने रायबरेली सीट रखने को लेकर ज्यादा जोर दिया। उत्तर प्रदेश से कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि रायबरेली गांधी परिवार की पारंपरिक सीट है और पीढ़ियों से चली आ रही है। यह उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के राजनीतिक पुनरुद्धार के लिए बहुत जरूरी है।
सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता से की थी विशेष अपील
सोनिया गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली में कहा था, "मैं आपको अपना बेटा दे रही हूं।" उससे स्पष्ट हो गया था कि राहुल वहां परिवार की विरासत को आगे बढ़ाएंगे। वह अगले सप्ताह सोनिया और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ रायबरेली जाएंगे।
राहुल को रायबरेली और वायनाड दोनों जगहों से मिली जीत
रायबरेली के लोगों ने गांधी परिवार के प्रति निष्ठा दिखाई है। राहुल ने वहां से 3.64 लाख वोटों से जीत हासिल की है। 2019 लोकसभा चुनाव में अमेठी से उन्हें हार मिली थी। इसी तरह वायनाड की जनता ने राहुल को दूसरी बार सांसद बनाया है। 2019 में वह वहां से 4 लाख से ज्यादा वोटों से जीते थे। वायनाड की जनता हमेशा कांग्रेस के साथ रही है और यह कांग्रेस की सबसे सुरक्षित सीटों में से एक है।