प्रधानमंत्री मोदी लेंगे अपने मंत्रियों की क्लास, मांगेंगे योजनाओं का खाका
जनता के लिए उत्तरदायी सरकार बनाने का दावा पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्शन मोड में आ गए हैं। सरकार गठन के बाद अपने मंत्रियों को दी गई जिम्मेदारियों और उनके कार्यों की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री मोदी सभी मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें मंत्रियों के द्वारा अब तक किए गए कार्य और भविष्य की योजनाओं की समीक्षा की जाएगी। दो दिवसीय इस मैराथन बैठक की शुरुआत शुक्रवार शाम 05:30 बजे से होगी।
हर विभाग का तैयार होगा अलग खाका
मंत्रिपरिषद की इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी सभी मंत्रियों से अब तक किए गए काम की रिपोर्ट मांगेंगे तथा उन कामों से जनता को हुए लाभ और नुकसानों का खाका भी तैयार करेंगे। इसी के आधार पर संबंधित विभाग की भविष्य की योजनाओं की रणनीति बनाई जाएगी। यदि किसी विभाग की ओर से अपेक्षित कार्य नहीं किया गया होगा तो उसके मंत्री को भविष्य के लिए चेतावनी भी दी जा सकती है।
अलग-अलग समूह में होगी चर्चा
बैठक की खास बात यह है कि किसी भी मुद्दे पर पूरी तरह से ठोस चर्चा के लिए एक ही श्रेणी के मंत्रालयों को एक ही समूह में रखा गया है। उदाहरण के तौर पर कृषि, पशुपालन, डेयरी, ग्रामीण विकास और पंचायती राज के विभागों को एक ही समूह में रखा गया है। इस तरह के कुल 9 समूह बनाए गए हैं। गत वर्ष 21 दिसंबर को हुई बैठक में मंत्रालयों को समूहों में बांटा गया था।
बतानी होगी पांच साल की योजनाएं
बता दें कि मोदी सरकार के नए कार्यकाल को छह महीने हो चुके हैं और इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की बात की है। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार के दूसरे कार्यकाल के लिए 2014 तक का खाका तैयार किया जा रहा है। बैठक में अगले पांच साल में होने वाले कामकाज के बारे में भी बताना होगा। अंत में प्रधानमंत्री मोदी अपना विजन पेश करेंगे।
मंत्रियों ने रिपोर्ट में कराया बदलाव
प्रधानमंत्री मोदी के साथ होने वाली बैठक का मंत्रियों में इस कदर भय है कि प्रेजेंटेशन से पहले रिपोर्ट्स में बदलाव कराए जा रहे हैं। मंत्रियों ने अपने सचिवों द्वारा तैयार प्रेजेंटेशन को देखा और उनमें जरूरी बदलाव करके PMO में जमा करा दिया है।
कैबिनेट में हो सकता है फेरबदल!
इस बीच सियासी हलकों में बैठक के बाद कैबिनेट में फेरबदल होने की कानाफूसी भी चलने लगी है। विशेषज्ञों का मानना है कि बैठक में समीक्षा करने के बाद कमजोर रिपोर्ट कार्ड वाले मंत्रियों की सूची तैयार की जा सकती है और उसके बाद उन विभागों को मजबूती देने के लिए फेरबदल भी किया जा सकता है। हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक इस बात के ठोस संकेत नहीं मिले हैं।
जारी रहेगा बैठकों का सिलसिला
शुक्रवार के बाद भी बैठकों का दौर जारी रहेगा। सूत्रों के अनुसार 7, 8, 10, 11 और 17 जनवरी को भी प्रधानमंत्री मोदी के अपने मंत्रियों के साथ ऐसी ही बैठकें करने की उम्मीद है। बैठकों के लिए मंत्रालयों के जो 9 समूह बनाए गए थे, उनमें से गत 21 दिसंबर को बैठक में दो समूह ही अपने कार्य और योजनाओं का खाका प्रस्तुत कर सके थे। ऐसे में अब बाकी समूहों में शामिल मंत्रालयों की बैठक होगी।