प्रधानमंत्री मोदी का विपक्ष पर हमला, बोले- पुलवामा हमले में भी ढूढ़ रहे थे राजनीतिक स्वार्थ
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सरदार वल्लभभाई पटेल की 145वीं जयंती के मौके पर उनकी प्रतिमा 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद यहां राष्ट्रीय एकता दिवस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला।
उन्होंने कहा कि जब पुलवामा में देश को इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी राजनीति अपने चरम पर थी और कुछ लोग इस हमले में भी अपना राजनीति स्वार्थ ढूढ़ रहे थे।
संबोधन
प्रधानमंत्री बोले- देश भूल नहीं सकता...
अपने 37 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "देश कभी भूल नहीं सकता कि जब वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे। वो पुलवामा हमले में भी अपना राजनीतिक स्वार्थ खोज रहे थे... तब कैसी-कैसी बातें कही गईं, कैसे-कैसे बयान दिए गए। देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी।"
बयान
"मेरे दिल पर वीर शहीदों का घाव था"
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "उस समय उन वीरों की तरफ देखते हुए मैं विवादों से दूर रहकर सारे आरोपों को झेलता रहा। भद्दी-भद्दी बातें सुनता रहा। मेरे दिल पर वीर शहीदों का गहरा घाव था।"
विपक्ष पर निशाना
पड़ोसी देश से आई खबरों से हुआ विपक्ष का असली चेहरा उजागर- प्रधानमंत्री
पाकिस्तान के एक मंत्री के हालिया बयान की तरफ इशारा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं, वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उससे इन लोगों का असली चेहरा देश के सामने आ गया है। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति इसका उदाहरण है।"
उन्होंने विपक्षी पार्टियों से देशहित में ऐसी राजनीति बंद करने को कहा।
संदर्भ
पाकिस्तानी मंत्री ने स्वाकारी थी पुलवामा हमलें में हाथ होने की बात
बता दें कि गुरूवार को पाकिस्तानी संसद में बयान देते हुए इमरान खान सरकार में मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था, "हमने हिंदुस्तान को घुस कर मारा। पुलवामा में हमारी सफलता इमरान खान के नेतृत्व में हमारी अवाम की कामयाबी थी। हम और आप सभी इस कामयाबी का हिस्सा हैं।"
उनके इस बयान को पुलवाला हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की स्वीकारोक्ति के तौर पर देखा गया था और प्रधानमंत्री मोदी इसी बयान की तरफ इशारा कर रहे थे।
संबोधन
फ्रांस आतंकी हमले को लेकर भी प्रधानमंत्री मोदी ने साधा निशाना
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस में हुए आतंकी हमलों के संदर्भ में वैश्विक आतंकवाद की चुनौती का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा, "जिस तरह कुछ लोग आतंकवाद के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं, वो आज वैश्विक चिंता का विषय है। आज के माहौल में दुनिया के सभी देशों को, सभी सरकारों को, सभी पंथों को, आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की बहुत ज्यादा जरूरत है... आतंकवाद-हिंसा से कभी भी किसी का कल्याण नहीं हो सकता।"
अनुच्छेद 370
अनुच्छेद 370 पर बोले प्रधानमंत्री- इसे हटाना सरदार पटेल का सपना था
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी अनुच्छेद 370 पर भी बोले।
सरदार पटेल को याद करते हुए उन्होंने कहा, "देश में कई ऐसे काम हुए हैं जो असंभव मान लिए गए थे। कश्मीर से धारा 370 हटने का एक साल पूरा हो गया है। सरदार साहब के रहते उन्हें ही यह जिम्मेदारी दे दी जाती, तो यह काम हमें नहीं करना पड़ता। कश्मीर से 370 हटाना सरदार साहब का सपना था। कश्मीर अब विकास के रास्ते पर बढ़ चुका है।"