उत्तर प्रदेश: बरेली में ऑक्सीजन की कमी और कालाबाजारी, केंद्रीय मंत्री ने योगी को लिखा पत्र
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के बरेली में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है और खुद केंद्रीय मंत्री और इलाके के सांसद संतोष गंगवार ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
अपने पत्र में उन्होंने वेंटीलेटर्स जैसे आवश्यक मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी और लोगों के ऑक्सीजन सिलेंडरों को अपने घर पर रखने का दावा भी किया है।
गंगवार ने जिले के कुछ महत्वपूर्ण अधिकारियों के मरीजों का फोन न उठाने की शिकायत भी की है।
आरोप
डेढ़ गुना कीमत पर मेडिकल उपकरण बेच रहे व्यापारी- गंगवार
गंगवार ने अपने पत्र में लिखा है कि कोरोना की बीमारी में अति आवश्यक मल्टी-पैरा मॉनीटर, बायोपैक मशीन, वेंटीलेटर और अन्य जरूरी उपकरणों को व्यापारी डेढ़ गुना कीमत पर बेच रहे हैं। उन्होंने सरकार से इनका रेट निर्धारित करने और छोटे निजी अस्पतालों को इन्हें कम कीमत पर प्रदान करने का सुझाव दिया है।
उन्होंने मरीजों की रेफरल व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं और मरीजों को कम से कम समय में रेफरल अस्पतालों में भर्ती कराने को कहा है।
सिलेंडर जमाखोरी
गंगवार बोले- घर पर सिलेंडर जमा कर रहे लोग, मनमानी कीमत पर बेच रहे
लोगों के सिलेंडर जमा करने पर गंगवार ने कहा है, "बरेली में खाली ऑक्सीजन सिलेंडर की बहुत कमी पड़ गई है। इसका मुख्य कारण है कि शहर के काफी लोगों ने सिलेंडर अपने घरों में एहतिहयातन रख लिए हैं। कृपया ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाए जो बिना वजह सिलेंडर अपने पास रखे हुए हैं और जरूरतमंदों तक यह सुविधा नहीं पहुंच पा रही है। अपने पास रखे सिलेंडरों को ये लोग मनमाने दाम पर बेच रहे हैं।"
बयान
फोन नहीं उठाते हैं अधिकारी- गंगवार
अधिकारियों की शिकायत करते हुए गंगवार ने कहा है कि उनकी एक शिकायत यह भी है कि बरेली में मेडिकल से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण अधिकारी अपने फोन नहीं उठाते हैं जिससे मरीजों को असुविधा हो रही है।
सुझाव
ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए गंगवार ने दिया यह सुझाव
गंगवार ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिले में ऑक्सीजन की कमी दूर करने का तरीका भी सुझाया है।
उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश में सरकार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (MSMEs) के अंतर्गत आने वाले अस्पतालों को ऑक्सीजन प्लांट लगवाने पर 50 प्रतिशत की छूट दी जाती है और बरेली में भी ऐसा किया जाना चाहिए ताकि जल्द से जल्द प्लांट लग सकें और ऑक्सीजन की कमी दूर हो।
सफाई
गंगवार ने कहा- केवल लोगों के सुझाव मुख्यमंत्री तक पहुंचाए
अपने पत्र के बारे में सवाल पूछे जाने पर गंगवार ने मीडिया से कहा कि उन्हें आम लोगों की ओर से कुछ सुझाव मिले थे और उन्होंने सिर्फ उन सुझावों को मुख्यमंत्री तक भेजा है।
उन्होंने कहा कि उनके मुताबिक आम लोगों द्वारा उठाए गए सवाल ठीक हैं और जांच करने के बाद इन पर फैसला लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी का हल खोजा जा सकता है, लेकिन कालाबाजारी नहीं होनी चाहिए।
दावा
राज्य में ऑक्सीजन की कमी न होने का दावा कर चुके हैं योगी
बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री योगी ने राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी न होने की बात कही थी और ऐसी "अफवाह" फैलाने वालों के खिलाफ संपत्ति जब्त करने जैसे कदम उठाने का निर्देश दिया था। उन्होंने ऐसे लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाने के निर्देश भी दिए थे।
हालांकि प्रियंका गांधी समेत तमाम विपक्षी नेता उनके इन दावों पर सवाल उठा चुके हैं और उन्होंने राज्य में ऑक्सीजन इमरजेंसी जैसे हालात होने का दावा किया है।
कोरोना का कहर
उत्तर प्रदेश में क्या है कोरोना वायरस महामारी की स्थिति?
देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण स्थिति खराब है। रविवार को यहां 23,175 नए मामले सामने आए और 294 मरीजों की मौत हुई। इससे पहले यहां 30,000 से अधिक नए मामले भी सामने आ चुके हैं।
राज्य में अभी तक कुल 15,03,490 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 15,464 मरीजों की मौत हुई है।
राज्य में 30 अप्रैल से लॉकडाऊन जैसी पाबंदियां लगी हुई हैं।