आज कश्मीर दौरे पर जाएंगे विपक्षी नेता, प्रशासन ने की यात्रा टालने की अपील
क्या है खबर?
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद और सीताराम येचुरी समेत कई विपक्षी नेता शनिवार को कश्मीर दौरे पर जाएंगे।
ये नेता कई दिनों से प्रतिबंध झेल रहे कश्मीर के लोगों से मिलेंगे।
हालांकि, जैसे ही विपक्षी नेताओं के कश्मीर दौरे की खबरें सामने आईं, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने इन नेताओं से 'सहयोग करने और श्रीनगर नहीं आने' की अपील की।
इससे पहले विपक्षी दलों ने विरोध-प्रदर्शन कर कश्मीरी नेताओं की रिहाई की मांग की थी।
निर्णय
कश्मीर में हालात सामान्य होने का दावा कर रही सरकार
विपक्षी नेताओं के कश्मीर दौरे पर जाने का निर्णय राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के कार्यालय में हुई बैठक में लिया गया।
इससे पहले विपक्षी दलोें ने कश्मीर से प्रतिबंध हटाने और कश्मीरी नेताओं की रिहाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया था।
विपक्षी नेताओं ने कहा कि सरकार कह रही है कि कश्मीर में हालात सामान्य है, ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि उन्हें वहां दौरा करने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आएगी।
कश्मीर दौरा
ये नेता जाएंगे कश्मीर
जो नेता कश्मीर दौरे पर जा रहे हैं उनमें कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, केसी वेणुगोपाल, CPM के सीताराम येचुरी, CPI के डी राजा, DMK के तिरुची सिवा, LJD के शरद यादव, TMC के दिनेश त्रिवेदी, NCP के मजीद मेमन, RJD के मनोज झा और JDS के डीके रेड्डी शामिल हैं।
आजाद ने इससे पहले भी कश्मीर जाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट से वापस भेज दिया गया था।
न्योता
राज्यपाल ने राहुल गांधी को दिया था कश्मीर आने का न्योता
राहुल गांधी ने कश्मीर में हिंसा की खबरों पर चिंता जताई थी। इसके जवाब में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी को कश्मीर आकर स्थिति का जायजा लेने का न्योता दिया था।
इसके लिए उन्होंने विमान भेजने की भी बात कही थी। राहुल गांधी ने यह न्योता स्वीकार करते हुए कहा था कि वह कश्मीर आने के लिए तैयार है।
इसके बाद राज्यपाल ने राहुल गांधी की यात्रा संबंधी मामला पुलिस और प्रशासन के पास भेज दिया था।
अपील
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यात्रा टालने को कहा
विपक्षी नेताओं के कश्मीर दौरे की खबरों पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कहा कि इन नेताओं को सहयोग करने और श्रीनगर नहीं आने को कहा है।
प्रशासन ने कहा कि इनके दौरे से लोगों को असुविधा होगी। प्रशासन ने अपने बयान में कहा कि इन नेताओं के दौरे से कई जगह लागू प्रतिबंधों का उल्लंघन होगा।
प्रशासन ने कहा कि नेताओं को समझना चाहिए कि अभी शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता होनी चाहिए।