बजट सत्र के आखिरी दिन विपक्षी पार्टियों का 'तिरंगा मार्च', खड़गे का अडाणी मामले पर हमला
संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन आज विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने संसद से विजय चौक तक 'तिरंगा मार्च' निकाला। इस मार्च में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हुए। इसके बाद खड़गे ने विपक्ष के नेताओं के साथ मिलकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इसमें उन्होंने अडाणी मामले में संयुक्त संसदीय समिति (JPC) गठित करने की मांग दोहराई और राहुल को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा।
खड़गे बोले- 50 लाख करोड़ रुपये का बजट 12 मिनट में हुआ पास
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने संसद में बजट पर चर्चा न होने को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "सरकार ने इस बजट को चर्चा में नहीं लाने का पूरा प्रयास किया। मोदी सरकार लोकतंत्र की बहुत बातें कहती है, लेकिन जो कहती है, उसके तहत चलती नहीं हैं। 50 लाख करोड़ का बजट केवल 12 मिनट में पास किया गया। वे हमेशा कहते रहे कि विपक्ष को दिलचस्पी नहीं है, लेकिन व्यवधान तो सरकार की तरफ से हुआ है।"
विपक्षी नेताओं ने निकाला तिरंगा मार्च
अडाणी सूमह मामले में JPC गठित करे सरकार- खड़गे
खड़गे ने आगे कहा, "विपक्ष सरकार से अडाणी समूह मामले में JPC मांग कर रहा है। जब भी हम नोटिस देते थे और उस पर चर्चा की मांग करते थे, तब वे हमें बोलने नहीं देते थे। ऐसा पहली बार हुआ है, मैंने 52 सालों में ऐसा कभी नहीं देखा। यहां 2 साल से मैं देख रहा हूं कि खुद सत्तारूढ़ पार्टी के लोग संसद की कार्यवाही में व्यवधान डालते हैं और संसद में चर्चा नहीं होने देते।"
खड़गे ने पूछा- JPC से क्यों डर रही है सरकार?
खड़गे ने JPC गठित न करने को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किये। उन्होंने कहा, "गौतम अडाणी किन-किन देशों के प्रधानमंत्रियों और उद्योगपतियों से मिले? इस पर चर्चा होनी चाहिए। हम JPC की मांग कर रहे हैं। इसमें भाजपा सरकार का कोई नुकसान नहीं होने वाला था। उनके पास बहुमत है तो ज्यादा लोग उनके रहेंगे। इसके बावजूद मोदी सरकार JPC गठित करने से क्यों डर रही है?"
'अडाणी को क्यों इतना महत्व दे रही सरकार'
खड़गे ने कहा, "विपक्ष का सामूहिक मुद्दा था कि अडाणी को इतना महत्व क्यों दिया जा रहा है? अडाणी की संपत्ति केवल 2.5 साल में 12 लाख करोड़ कैसे हुई? उन्होंने सरकार का पैसा और संपत्ति खरीदी है। क्यों मोदी जी एक ही व्यक्ति को इतनी चीजें दे रहे हैं?" उन्होंने कहा, "राहुल गांधी ने संसद में प्रधानमंत्री से यही सवाल किये कि रेल, एयरपोर्ट और जीवन बीमा निगम (LIC) जैसी सार्वजनिक संपत्तियां क्यों अडाणी को सौंप दी गई हैं?"
खड़गे ने तेजी से राहुल की सांसदी रद्द होने पर भी उठाए सवाल
खड़गे ने राहुल की सांसदी रद्द करने पर कहा, "सूरत कोर्ट द्वारा मानहानि मामले में 2 साल की सजा दिये जाने के एक दिन बाद ही राहुल को संसद से अयोग्य घोषित कर दिया गया, जबकि गुजरात के भाजपा सांसद को 3 साल की सजा सुनाए जाने के बाद भी कई दिन तक संसद से बाहर नहीं किया गया था।" उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ खुलकर बोलने पर राहुल की आवाज बंद करने की कोशिश की जा रही है।