मणिपुर: नौ विधायकों के इस्तीफे से संकट में भाजपा गठबंधन की सरकार, राज्यपाल से मिलेगी कांग्रेस
क्या है खबर?
मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर संकट के बादल छा गए हैं।
दरअसल, सत्तारूढ़ गठबंधन के नौ विधायकों ने इस्तीफा देकर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है, जिसके बाद सरकार अल्पमत में आ गई है।
बुधवार को इस्तीफा देने वाले इन विधायकों में उप मुख्यमंत्री वाई जॉयकुमार सिंह समेत चार मंत्री शामिल हैं।
तीन अन्य मंत्रियों में आदिवासी मंत्री एन कयिशी, युवा मामले और खेल मंत्री लेतपाओ हाओकिप और स्वास्थ्य मंत्री एल जयंत कुमार सिंह शामिल है।
जानकारी
भाजपा के तीन विधायकों के भी इस्तीफे
इन मंत्रियों के अलावा जिन विधायकों ने इस्तीफे दिए हैं उनमें से तीन भाजपा और एक तृणमूल कांग्रेस से संबंध रखता है और एक निर्दलीय विधायक है। इन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह को पत्र लिखकर इस्तीफे की जानकारी दी है।
विधानसभा
मणिपुर विधानसभा में है कुल 60 सीटें
मणिपुर में 2017 में विधानसभा चुनाव हुए थे, जिसमें 28 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी और भाजपा की झोली में 21 सीटें आई थीं।
इसके बावजूद कांग्रेस अपनी सरकार नहीं बना सकी। भाजपा ने नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP), नगा पीपल्स फ्रंट (NPF) और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के समर्थन से एन बिरेन सिंह के नेतृत्व में सरकार बना ली।
NPP और NPF के पास चार-चार और LJP के पास एक विधायक था।
जानकारी
NPP के हिस्से में गई थी उप मुख्यमंत्री की कुर्सी
NPP, NPF और LJP के अलावा तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक और एक निर्दलीय विधायक ने भी भाजपा का समर्थन किया था। NPP के वाई जॉयकुमार को उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री का कार्यभार दिया था।
मौजूदा स्थिति
अब बदल गए हैं विधानसभा के समीकरण
बुधवार को हुए इस्तीफों के बाद मुख्यमंत्री बिरेन सिंह के खिलाफ कुल विधायकों की संख्या 28 हो गई है।
इनमें 20 कांग्रेस, चार NPP, दो भाजपा से कांग्रेस में आए विधायक और एक-एक तृणमूल कांग्रेस और निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
बुधवार को इस्तीफा देने वाले तीन भाजपा विधायकों में से एक ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, जबकि कांग्रेस से भाजपा में जाने वाले एक विधायक को हाल ही अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
विधानसभा
तकनीकी तौर पर अब बचे केवल 49 विधायक
इनके अलावा कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सात विधायकों के खिलाफ स्पीकर ट्रिब्यूनल और मणिपुर हाई कोर्ट में अयोग्यता का मामला चल रहा है।
हाई कोर्ट ने इन सभी को विधानसभा में प्रवेश से रोक दिया था। इस तरह कांग्रेस के कुल आठ विधायक अयोग्य करार किए जा चुके हैं।
वहीं बुधवार को भाजपा से इस्तीफा देने वाले तीन विधायक भी अयोग्य घोषित किया जा चुके हैं। अब तकनीकी तौर पर विधानसभा की कुल संख्या 49 रह गई है।
दावा
कांग्रेस करेगी सरकार बनाने का दावा
मणिपुर में भाजपा सरकार के अल्पमत में आने के बाद कांग्रेस राज्यपाल से मिलकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की तैयारी कर रही है।
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार ने गठबंधन सहयोगियों का समर्थन खो दिया है। उन्होंने आगे कहा, "हमने एक धर्मनिरपेक्ष प्रगतिशील मोर्चा स्थापित कर रहे हैं। हम गुरूवार को राज्यपाल से मिलकर सरकार गठन का दावा करेंगे।"