चुनाव आयोग की रोक हटने के बाद बोलीं मेनका गांधी- सुल्तानपुर का नाम बदला जाना चाहिए
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के विवादित बयान के बाद चुनाव आयोग ने 48 घंटे तक उनके चुनाव प्रचार करने पर रोक लगाई थी। गुरुवार को यह रोक हटने के बाद मेनका ने सुल्तानपुर लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर का नाम बदला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह भगवान कुश की धरती है, इसलिए इसका नाम बदलकर कुशभवनपुर किया जाना चाहिए। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
बेटे वरुण की सीट पर चुनाव लड़ रही हैं मेनका गांधी
केंद्रीय मंत्री और पीलीभीत से मौजूदा सांसद मेनका गांधी इस बार सुल्तानपुर से चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने गुरुवार को लंबे रोड शो के बाद अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके रोड शो में भारी भीड़ उमड़ी थी। बता दें, सुल्तानपुर से उनके बेटे वरुण गांधी मौजूदा सासंद हैं, जिन्हें पार्टी ने इस बार उनकी मां की जगह पीलीभीत से चुुनावी मैदान में उतारा है। आपको बता दें कि सुल्तानपुर लोकसभा सीट पर 12 मई को वोट डाले जाएंगे।
लोगों से की भावुकता भरी अपील
रोडशो के दौरान मेनका ने लोगों से भावुक अपील करते हुए वोट मांगे। उन्होंने कहा, "मैं एक मां के तौर पर यह चुनाव लड़ रही हूं। यह धरती स्वतंत्रता सेनानियों की धरती है।" आगे उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने ज्यादा से ज्यादा मतदान करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया है। मुझे उम्मीद है कि सुल्तानपुर के लोग भारी संख्या में वोट डालेंगे।" बता दें, इस सीट से उनके पति संजय गांधी भी चुनाव लड़ चुके हैं।
चुनाव आयोग की कार्रवाई को बताया आश्चर्यजनक
चुनाव आयोग द्वारा उन पर लगाई गई रोक पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि वे हमेशा अल्पसंख्यकों को साथ लेकर चली हैं और सुल्तानपुर में भी ऐसा ही करेंगी। बता दें, विवादित बयान के कारण चुनाव आयोग ने उन पर कार्रवाई की थी।
यह था मेनका का विवादित बयान
सुल्तानपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए मेनका ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा, "मैं जीत रही हूं। लोगों की मदद और प्यार से मैं जीत रही हूं, लेकिन अगर मेरी जीत मुसलमानों के बिना होगी तो मुझे बहुत अच्छा नहीं लगेगा। क्योंकि इतना मैं बता देती हूं कि फिर दिल खट्टा हो जाता है। फिर जब मुसलमान आता है काम के लिए तो मैं सोचती हूं कि रहने दो, क्या फर्क पड़ता है।"