
नागपुर हिंसा को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया साजिश, कहा- पेट्रोल बम तुरंत बनाना आसान नहीं
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब विवाद के बीच सोमवार रात को हुई हिंसा को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोची-समझी साजिश बताया और दावा किया कि इसमें बाहरी लोग शामिल थे।
उन्होंने मुंबई में कहा, "नागपुर में 2-4 हजार लोग एकत्र हुए और कई घरों को निशाना बनाया, पथराव किया, आगजनी की। मोमिनपुरा में, जहां उनकी 100-150 गाड़ियां खड़ी रहती थीं, वहां एक भी गाड़ी कल नहीं थी। पुलिस जांच कर रही है कहीं ये पहले से सोची-समझी साजिश तो नहीं।"
जांच
हिंसा में बाहरी लोग भी शामिल- शिंदे
उन्होंने कहा कि हिंसा में पुलिसकर्मी और अधिकारी भी घायल हुए हैं और पुलिस का कहना है कि हिंसा में बाहरी लोग भी शामिल हुए थे।
शिंदे ने कहा कि उपद्रवियों ने पत्थर फेंके और हथियार तो चलाए ही साथ में पेट्रोल बम भी फेंके हैं। उन्होंने कहा कि पेट्रोल बम बनाना तुरंत का काम नहीं है।
उन्होंने कहा कि पुलिस साजिश को नाकाम करने के लिए गई थी, तो उनके ऊपर हमला किया गया।
ट्विटर पोस्ट
सुनिए, क्या बोले एकनाथ शिंदे?
#WATCH | मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नागपुर हिंसा पर कहा, "कल नागपुर में जो घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण है। जो आगजनी हुई, जिसमें 2-4 हज़ार लोग एकत्र हुए और कई घरों को निशाना बनाया, पथराव किया, आगजनी की। मोमिनपुरा में, जहां 100-150 गाड़ियां खड़ी रहती थीं, वहां… pic.twitter.com/bLThBkwVFY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 18, 2025
हिंसा
कैसे शुरू हुई हिंसा?
महाल इलाके में सोमवार सुबह मराठा प्रतीक छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने शिव जयंती कार्यक्रम था।
कार्यक्रम के बाद विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के 50 कार्यकर्ताओं ने मौके पर औरंगाबाद में स्थित औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर प्रदर्शन शुरू किया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने औरंगजेब की तस्वीर और घास से भरे हरे कपड़े को प्रतीकात्मक कब्र बताते हुए जलाया।
अफवाह उड़ी कि पवित्र पुस्तक जलाई गई, जिसके बाद देर शाम दंगा शुरू हुआ।