महाराष्ट्र: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भाजपा से सुलह की खबरों को किया खारिज
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राजनीतिक गलियारों में चल रही शिवसेना और भाजपा की सुलह होने की खबरों पर मंगलवार को बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की खबरें पूरी तरह से अफवाह है और ऐसा कुछ नहीं होने वाला है।
इस दौरान उन्होंने सम्पन्न हुए विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष दल के नेताओं के आचरण की भी जमकर आलोचना की और कहा कि भाजपा सदस्यों के कृत्य स्वस्थ लोकतंत्र की निशानी नहीं हैं।
पृष्ठभूमि
2019 विधानसभा चुनाव के बाद अलग हो गई थी भाजपा और शिवसेना
बता दें कि भाजपा और शिवसेना ने 30 सालों से एकसाथ चुनावों में भागीदारी की थी।
हालांकि, 2019 विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना ने 50-50 का फार्मूला और अपने दल का मुख्यमंत्री बनाने की मांग रखी थी। इस पर उसकी भाजपा से सहमति नहीं बनी और दोनों दल अगल हो गए।
इसके बाद शिवसेना ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। इसमें गठजोड़ में उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाया गया था।
कयास
ठाकरे की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद लगाए जा रहे थे सुलह के कयास
बता दें पिछले महीने मुख्यमंत्री ठाकरे ने दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलाकात की थी।
उसके बाद से ही महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच सुलह के कयास लगाए जा रहे थे।
इतना ही नहीं मुलकात के दो दिन बाद ही केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा था कि महाराष्ट्र में पूर्व सहयोगी भाजपा और शिवसेना समेत अन्य दलों की 'महायुति' (महागठबंधन) सरकार बनाई जा सकती है। इसके बाद से सुलह के अफवाहों को हवा मिल गई थी।
अन्य
संजय राउत और फडणवीस ने भी दिए थे बयान
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भाजपा और शिवसेना के रिश्तों पर कहा था कि उनकी दोस्ती आमिर खान और किरण राव की तरह बरकरार रहेगी। दोनों दलों के रास्ते जरूर अलग हैं, लेकिन हम दोस्त हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि शिवसेना के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं, लेकिन हम दुश्मन नही हैं। राजनीति में कोई अगर-मगर नहीं होता है। उसके बाद से ही शिवसेना और भाजपा के बीच सुलह के कयास तेज हो गए थे।
स्पष्ट
ठाकरे ने किया सुलह की अफवाहों को खारिज
दो दिवसीय विधानसभा सत्र के समापन पर मुख्यमंत्री ठाकरे ने शिवसेना और भाजपा के एक बार फिर हाथ मिलाने के सवाल पर कहा, "ऐसा कुछ जो 30 सालों तक साथ रहने पर नहीं हुआ, वह अब क्या होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं आज भी अजित पवार और बाला साहेब थोराट के साथ बैठा हूं। मैं कहीं नहीं जा रहा हूं।"
बता दें कि NCP नेता अजित पवार और महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बालासाहेब थोराट महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं।
जानकारी
भाजपा सदस्यों का कृत्य स्वस्थ लोकतंत्र की निशानी नहीं- ठाकरे
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा, "विधानसभा में भाजपा सदस्यों का कृत्य स्वस्थ लोकतंत्र की निशानी नहीं हैं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष में पीठासीन अधिकारी भास्कर जाधव से दुर्व्यवहार किया और फिर 12 विधायकों को एक वर्ष के लिए निलंबित किया गया।"
बयान
"शर्म से झुक गया हमारा सिर"
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा, "भाजपा को उस प्रस्ताव पर हंगामा करने की जरूरत क्या थी जिसमें केंद्र सरकार से राज्य के पिछड़ा वर्ग आयोग को 2011 की जनगणना का आंकड़ा मुहैया कराने के लिए कहा गया है ताकि OBC की संख्या का पता चल सके। क्या हम कह सकते हैं कि OBC से उसकी शत्रुता सामने आ गई?"
उन्होंने आगे कहा कि विधानसभा में इस मुद्दे पर भाजपा विधायकों के व्यवहार से हमारा सिर शर्म से झुक गया।"
वैक्सीनेशन
फर्जी वैक्सीनेशन कैंप मामले में की जाएगी सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री ठाकरे ने मुंबई में फर्जी वैक्सीनेशन कैंप संचालित किए जाने के सवाल पर कहा कि मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसी तरह जिन लोगों को इसके माध्यम से वैक्सीन लगाई गई थी, उन्हें चिकित्सकीय जांच और डॉक्टरों की सलाह के बाद एक बार फिर से वैक्सीन लगाई जाएगी।
उन्होंने राज्य में RT-PCR रिपोर्ट आने में हो रही देरी पर कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस स्थिति में जल्द सुधार किया जाएगा।