ममता बनर्जी के कार्यालय को घेरने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, छोड़ी गई आंसू गैस
क्या है खबर?
पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा के विरोध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यालय को घेरने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर आज कोलकाता पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस के उन पर वॉटर कैनन और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। घटना में कई कार्यकर्ताओं के घायल होने की खबर है।
मौके से आए वीडियोज में भाजपा कार्यकर्ताओं को भी पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने टायरों में आग भी लगाई।
पृष्ठभूमि
पूरे बंगाल में आज भाजपा का 'नबन्ना चलो' आंदोलन
हाल ही में भाजपा के कई कार्यकर्ताओं पर हिंसक हमले और उनकी मौत के खिलाफ भाजपा आज बंगाल में बड़ा प्रदर्शन कर रही है। 'नबन्ना चलो' नामक अपने इस आंदोलन के तहत भाजपा राज्य में चार रैलियां निकाल रही है। नबन्ना राज्य सचिवालय का नाम है और इसी में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कार्यालय है।
भाजपा की इन चार में से तीन रैलिया अकेले कोलकाता में हो रही हैं, वहीं एक रैली हावड़ा में निकाली जा रही है।
प्रदर्शन
प्रदर्शन में भाजपा के कई बड़े नेता शामिल
भाजपा के इस आंदोलन में बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय और भाजपा यूथ विंग के नए-नवेले अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या जैसे कई बड़े नेता भी शामिल हुए हैं।
आज पुलिस के साथ भिड़ंत पर विजयवर्गीय ने कहा, "हम लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन ममता जी ने हमारे शांतिपूर्ण प्रदर्शन को हिंसक प्रदर्शन में बदलने की कोशिश की। पुलिस के साथ गुंड़ों ने हम पर पत्थर फेंके।"
नियमों का उल्लंघन
भाजपा कार्यकर्ताओं ने उड़ाई कोरोना वायरस संबंधी नियमों की धज्जियां
रैलियों में न केवल भाजपा कार्यकर्ताओं का उग्र व्यवहार देखने को मिला, बल्कि उन्होंने कोरोना वायरस से बचाव संबंधी नियमों की भी जमकर धज्जियां उड़ाईं और ज्यादातर कार्यकर्ताओं ने मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने संबंधी नियमों का उल्लंघन किया।
इस पर विजयवर्गीय ने कहा, 'सभी कार्यकर्ताओं ने मास्क पहने हुए हैं। क्या नियम केवल हमारे लिए हैं? ममता जी ने हजारों लोगों के साथ प्रदर्शन किया था और हमें सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाया जा रहा है।"
प्रतिक्रिया
राज्य सरकार ने किए सुरक्षा के कड़े इंतजाम
इस बीच भाजपा के प्रदर्शन को देखते हुए ममता बनर्जी की सरकार ने जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है और कार्यकर्ताओं को इकट्ठा होने से रोका जा रहा है। इसके अलावा नबन्ना स्थित सचिवालय को भी सफाई के लिए दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है।
भाजपा का कहना है कि सचिवालय बंद करना ममता के डर को दर्शाता है। दिलीप घोष ने कहा कि कुछ महीनों में नबन्ना वैसे भी बंद होने वाला है।
जानकारी
विधानसभा चुनाव पर है भाजपा का निशाना
बता दें कि बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं जिनमें मुख्य मुकाबला ममता की तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भाजपा के बीच है। भाजपा हर कीमत पर राज्य में सत्ता में आना चाहती है और इसलिए ममता को घेरने का कोई मौका नहीं चूकती।