विरोध देखकर कुमारास्वामी बोले- वोट मोदी को दिया तो काम के लिए मेरे पास क्यों आए?
क्या है खबर?
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी नए विवाद में फंस गए हैं।
बुधवार को रायचूर में प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बात करते अपने आपा खो बैठे।
उन्होंने इन कार्यकर्ताओं से यहां तक कह दिया कि नरेंद्र मोदी को वोट देने के बाद ये लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए उनके पास क्यों आ रहे हैं।
बता दें, कि कुमारास्वामी पहले भी कई बार अपने बयानों को लेकर चर्चा में आ चुके हैं।
आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
मांगे
ये हैं प्रदर्शनकारियों की मांगे
बुधवार को कुमारास्वामी मानवी तालुक के कारेगुड्डा गांव के गेस्ट हाउस में रुके थे।
यहां बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी उन्हें मिलकर अपनी मांगे बताना चाहते थे। इन लोगों की मांगे हैं कि यरमारूस थर्मल पावर स्टेशन (YTPS) के कारण जिन किसानों की जमीनें गई हैं, उन्हें नौकरी दी जाए, YTPS से निकाले गए कैजुअल वर्करों को दोबारा लिया जाए और तगंभद्रा कमांड इलाके में रखे गए कैजुअल कर्मचारियों को उनके बकाये का भुगतान किया जाए।
मामला
बात बीच में छोड़कर बस में बैठे कुमारास्वामी
कुमारास्वामी ने कुछ देर तक प्रदर्शनकारियों की मांगों को सुना और लोगों को इन पर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
अपनी बात के बीच में अचानक कारेगुड्डा जाने के लिए बस में बैठ गए।
इससे नाराज लोगों ने उनके खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए और उनकी बस के आगे बैठकर प्रदर्शन करने लगे। जिस बस में कुमारास्वामी सवार थे, भीड़ ने उसका रास्ता रोक लिया।
बयान
पहला दिया बयान, फिर जताया खेद
इससे कुमारास्वामी नाराज हो गए और कहा, "आपने मोदी को वोट दिया और काम करवाने के लिए मेरे पास आ रहे हो।"
हालांकि, बाद में उन्होंने इस बयान पर खेद जताया। कारेगुड्डा में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वो आगे से ऐसा नहीं करेंगे।
कुमारास्वामी ने अपने इस बयान पर खेद जताते हुए कहा, "मेरे आश्वासन के बाद भी कर्मचारियों ने नारे लगाने शुरू कर दिए और रोड को बंद कर दिया। मैंने गुस्से में प्रतिक्रिया दी।"
जानकारी
भाजपा ने मांगा इस्तीफा
राज्य में विपक्षी पार्टी भाजपा ने इस मामले को लेकर कुमारास्वामी का इस्तीफा मांगा है। साथ ही कहा कि कुमारास्वामी को किसानों से माफी मांगनी चाहिए।