लॉकडाउन: प्रतिबंधों के बावजूद भाजपा विधायक ने समर्थकों के साथ मनाया जन्मदिन
देश में जारी 21 दिनों के लॉकडाउन में लोगों के घरों से बाहर निकलने और इकट्ठा होने पर रोक लगी है, लेकिन कर्नाटक के एक भाजपा विधायक इन नियमों का पालन नहीं कर रहे। राज्य की तुरवेकेरे विधानसभा से विधायक एम जयराम ने शुक्रवार को बच्चों समेत सैंकड़ों लोगों के साथ अपना जन्मदिन मनाया। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू है।
विधायक ने दस्ताने पहनकर काटा केक
विधायक जयराम ने सफेद दस्ताने पहनकर केक काटा और वहां मौजूद लोगों को खिलाया। इस समारोह के वीडियो में देखा जा सकता है कि जिस समय विधायक केक काट रहे थे उस समय वहां भारी भीड़ जमा थी। लोग सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों का पालन नहीं कर रहे थे और एक-दूसरे के पास खड़े थे। हालांकि, कुछ लोगों ने मुंह पर मास्क लगाया हुआ था। समारोह में भाग लेने वाले सभी लोगों को बिरयानी भी परोसी गई।
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने लिय़ा था शादी समारोह में भाग
नियमों को तोड़कर लोगों के इकट्ठा होने का यह पहला मामला नहीं है। पिछले महीने लॉकडाउन शुरू होने से पहले कर्नाटक सरकार ने लोगों के इकट्ठे होने पर रोक लगा दी थी। सरकार ने लोगों को शादी समारोह और दूसरे ऐसे आयोजनों से दूर रहने को कहा था। इसके बावजूद खुद मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा बेलागवी जिले में एक शादी समारोह में पहुंचे थे, जहां कम से कम 2,000 लोग मौजूद थे।
मुख्यमंत्री के साथ राज्य के गृह मंत्री भी पहुंचे
खास बात तो यह थी कि अकेले मुख्यमंत्री ही इस समारोह में शामिल नहीं हुए थे। उनके साथ राज्य के गृह मंत्री बसावराज बोम्मई और उदुपी-चिकमंगलुरू से सांसद शोभा करांदलजे भी शामिल यहां नजर आए थे। इसी तरह की लापरवाही कर्नाटक कांग्रेस कार्यालय में देखने को मिली थी, जब प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त प्रमुख डीके शिवकुमार वहां पहुंचे थे। भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नियमों की धज्जियां उड़ाकर उनका स्वागत किया था।
कर्नाटक में कोरोना वायरस के कितने मामले?
कर्नाटक में अब तक 207 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 31 लोग ठीक हो चुके हैं और छह लोगों की मौत हुई है। वहीं पूरे देश में 7,447 लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 239 लोगों की मौत हुई है। दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 17 लाख पहुंच गई है और एक लाख से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।