कांग्रेस के सैंकड़ों पदाधिकारियों के इस्तीफे, बड़े नेताओं को पद छोड़ने के लिए दिये तीन दिन
कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर इस्तीफों की बारिश शुरू हो गई है। हाल ही में राहुल गांधी ने पार्टी के उन नेताओं को लेकर नाराजगी जताई थी, जिन्होंने चुनावों में हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे नहीं दिए थे। शुक्रवार को पार्टी के सैंकड़ों युवा पदाधिकारियों ने राहुल के समर्थन मेंं इस्तीफे सौंपकर बड़े नेताओं पर दवाब बना दिया है। इन युवा पदाधिकारियों ने बड़े नेताओं को इस्तीफा देने के लिए कुछ समय दिया है।
राहुल गांधी के समर्थन में इस्तीफे
इस्तीफा देने वाले इन पदाधिकारियों में एक पार्टी महासचिव, मध्य प्रदेश के प्रभारी दीपक बाबरिया, गोवा कांग्रेस के प्रमुख समेत 300 से ज्यादा नेता मौजूद हैं। ये सभी नेता राहुल गांधी से कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बने रहने की अपील कर रहे हैं। हालांकि, राहुल ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं कि वो पार्टी की कमान अब किसी और के हाथ में देना चाहते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्टी जल्द ही नए अध्यक्ष का ऐलान कर सकती है।
इन नेताओं ने दिए इस्तीफे
अपने पदों से इस्तीफे देने वाले नेताओं में मध्य प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया, गोवा कांग्रेस प्रमुख, तेलंगाना कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पोन्नम प्रभाकर, दिल्ली कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोथिया, भारतीय युवा कांग्रेस के उप प्रमुख बीवी श्रीनिवास, प्रकाश जोशी, वीरेंद्र राठौड़, अनिल चौधरी, राजेश धर्मानी, फॉरेन सेल सचिव वीरेंद्र वशिष्ठ, महिला कांग्रेस महासचिव नेत्ता डिसूजा आदि बड़े नाम शामिल हैं। इस्तीफा देने वाले सभी नेताओं को संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को मुलाकात के लिए बुलाया है।
बड़े नेताओं से इस्तीफा मांगने उनके घर जाएंगे युवा नेता
इस बैठक का आयोजन करने वालों ने बताया कि 120 से ज्यादा नेताओं ने अपने पदों से इस्तीफे दिए हैं। साथ ही इन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं को उनके पद से इस्तीफा देने के लिए तीन दिन का समय दिया है। अगर इस दौरान बड़े नेता इस्तीफा नहीं देते हैं तो युवा नेता उनके घर जाकर इस्तीफों की मांग करेंगे। इन नेताओं का मानना है कि कांग्रेस में राहुल के अलावा अध्यक्ष पद के लिए कोई विकल्प नहीं है।
राहुल ने पार्टी नेताओं से जताई नाराजगी
राहुल गांधी ने हाल ही में पार्टी के राज्य स्तर के नेताओं को लेकर नाराजगी जताई थी। राहुल इस बात से नाराज हैं कि लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद राज्यों के कांग्रेस नेताओं ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली। इन चुनावों में कांग्रेस 17 राज्यों में अपना खाता नहीं खोल पाई और कुछ राज्यों में उसे एक या दो सीटों से संतोष करना पड़ा। राहुल ने कहा कि किसी को चुनावों में मिली हार की जिम्मेदारी लेनी होगी।
नए अध्यक्ष के चुनाव में भी शामिल नहीं होंगे राहुल
राहुल ने हाल ही में कहा था कि पार्टी में जवाबदेही होनी चाहिए और वह अध्यक्ष पद पर नहीं रहेंगे। उन्होंने नए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में शामिल न होने की घोषणा भी की थी। इससे कांग्रेस के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया है।
अशोक गहलोत बन सकते हैं अगले कांग्रेस प्रमुख
कांग्रेस पार्टी के जल्द ही नया अध्यक्ष मिल सकता है और यह गांधी परिवार से नहीं होगा। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के अगले अध्यक्ष हो सकते हैं। कांग्रेस ने अंदरखाने इसकी पूरी तैयारी कर ली है और गहलोत को नई जिम्मेदारी के लिए तैयार रहने को कहा है। पार्टी के दिग्गज नेताओं में शुमार गहलोत के पास राजनीति और संगठन का लंबा अनुभव है।