हरियाणा: 75 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चली भाजपा बहुमत से भी दूर, प्रदेशाध्यक्ष का इस्तीफा
क्या है खबर?
हरियाणा विधानसभा चुनावों में बहुमत से दूर रहने के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने इस्तीफा दे दिया है। टोहाना से चुनाव लड़ने वाले बराला खुद 25,000 वोटों से पीछे चल रहे हैं।
हरियाणा में भाजपा 75 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही थी, लेकिन अब पार्टी 45 सीटों के बहुमत के आंकड़ें तक भी नहीं पहुंच पाई है।
अनुच्छेद 370 जैसे राष्ट्रीय मुद्दे पर लड़े गए चुनाव में असफलता की गाज स्थानीय नेतृत्व पर गिरती दिख रही है।
भाजपा
खट्टर को किया गया दिल्ली तलब
भाजपा का प्रदर्शन उसकी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा है। यहां तक की खट्टर सरकार में मंत्री रहे कई बड़े नाम अपनी सीटों पर पीछे चल रहे हैं।
वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यू लगभग 9,000, कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ लगभग 3,000 और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला 18,000 वोटों से पीछे चल रहे हैं।
इसी बीच भाजपा के अंतरिम अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली मुख्यालय में बैठक बुलाई है। इसमें मुख्यमंत्री खट्टर को भी तलब किया गया है।
जानकारी
क्या कहते हैं अभी तक के रुझान?
चुनाव आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक के रुझानों में भाजपा और कांग्रेस दोनों 35-35, जननायक जनता पार्टी 10 और अन्य 10 सीटों पर आगे हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा और कांग्रेस ने सरकार गठन के लिए JJP से संपर्क किया है।
कांग्रेस
कांग्रेस ने हुड्डा को दिया फ्री हैंड
अभी तक 35 सीटों पर आगे चल रही कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा में सरकार गठन के लिए फ्री हैंड दिया है।
सोनिया गांधी ने हुड्डा समेत वरिष्ठ नेताओं से बात कर स्थिति का जायजा लिया था।
ऐसी भी खबरें हैं कि कांग्रेस समर्थन के बदले दुष्यंत को उप मुख्यमंत्री का पद देने को तैयार है, लेकिन दुष्यंत ने कांग्रेस से मुख्यमंत्री पद की मांग की है।