BJP-NDA नेताओं को इफ्तार पार्टी में देख गिरिराज सिंह बोले- नवरात्रि पर क्यों ऐसा नहीं करते
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार, रामविलास पासवान और सुशील मोदी पर इफ्तार पार्टी में जाने के लिए निशाना साधा है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री पासवान ने सोमवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था। इस पार्टी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी शामिल हुए थेे। गिरिराज ने इस आयोजन का सांप्रदायिक रंग देते हुए पूछा कि नवरात्रि के मौके पर ऐसे आयोजन क्यों नहीं होते। आइये, जानते हैं पूरी खबर।
गिरिराज ने दिया सांप्रदायिक रंग
ट्विटर पर इस आयोजन का फोटो शेयर करते हुए गिरिराज सिंह ने लिखा, 'कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पे फलाहार का आयोजन करते और सुंदर सुदंर फ़ोटो आते??...अपने कर्म धर्म मे हम पिछड़ क्यों जाते और दिखावा में आगे रहते है???' बता दें, गिरिराज सिंह अकसर धर्म विशेष के विरोध में बयान देते रहते हैं। लोकसभा चुनावों से पहले उन पर ऐसे बयान के कारण आचार संहिता के उल्लंघन का मामला भी दर्ज हुआ था।
इस ट्वीट के जरिए गिरिराज सिंह ने साधा निशाना
बेगूसराय से चुनाव जीते हैं गिरिराज सिंह
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहे गिरिराज को दोबारा मंत्री बनाया गया है। उन्होंने बेगूसराय से चुनाव जीता है। उनके सामने युवा नेता कन्हैया कुमार और गठबंधन के प्रत्याशी तनवीर हसन चुनावी मैदान में थे।
जदयू ने किया पलटवार
गिरिराज सिंह के इस ट्वीट के बाद बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जदयू ने गिरिराज सिंह पर पलटवार किया है। जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा है कि देश संविधान से चलता है और बिहार में सभी धर्मो का सम्मान होता है। हर व्यक्ति को धार्मिक स्वतंत्रता मिली हुई है। हमारा भाव सहिष्णुता, करुणा और दया है। वहीं दूसरे नेता श्याम रजक ने कहा कि गिरिराज सिंह को केंद्रीय मंत्री बनाया गया है और वो अपना काम करें।
चिराग पासवान बोले- हर त्यौहार को सम्मान
रामविलास पासवान के बेटे और सांसद चिराग पासवान ने इस मुद्दे पर कहा वो हर त्यौहार मनाते हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुुए कहा, "गिरिराज सिंह को आप लोग जानते हैं। उनकी कार्यशैली को जानते हैं। हम हर त्यौहार को सम्मान देते हैं।"
गिरिराज के पुराने बयान
यह पहली बार नहीं है जब गिरिराज ऐसे बयान दे रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा था कि हरे रंग के झंडे काे मुसलमानों से जुड़े राजनीतिक और धार्मिक संगठनों से जोड़ कर देखा जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे झंडे समाज में घृणा फैलाते हैं और पाकिस्तान में होने की धारणा बनाते हैं। इसके अलावा उन्होंने अमित शाह की मौजूदगी में बेगूसराय की रैली में विवादास्पद बयान दिया था।